बिहार के पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है. दरअसल, पटना सिटी के माल सलामी इलाके में अपराधी विकास उर्फ राजा पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया है. राजा ने ही खेमका की हत्या के लिए हथियार मुहैया कराया था. ये जानकारी मिलने पर पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो दोनों में मुठभेड़ हो गई.
देर रात हुई मुठभेड़
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बीती रात 02:45 बजे मालसलामी थाना से 2 किलोमीटर पश्चिम पीर दमरिया घाट के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में 29 साल का राजा मारा गया. इसके बाद सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पटना सीटी ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की.घटनास्थाल से 1 पिस्टल, गोली एवं खोखा बरामद किया गया है. राजा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
इसपर जेडी(यू) नेता राजीव रंजन ने कहा, ‘हमें मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने खेमका हत्याकांड के एक आरोपी को मार गिराया है, जिसने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी. नीतीश कुमार जी हर घटना पर नजर रख रहे हैं.’
पहले ही पकड़ा गया शूटर
बता दें कि इससे पहले इस हत्याकांड में शहर से उमेश कुमार नाम के एक शूटर को गिरफ्तार किया गया था, जो इस सनसनीखेज हत्या में शामिल मुख्य आरोपियों में से एक बताया गया. इसके बाद एसआईटी की टीम हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों को तलाशने में जुटी तो राजा के बारे में खबर लगी और उसे मुठभेड़ में मार गिराया गया. इसी उमेश की निशानदेही पर राजा को पकड़ने के लिए पुलिस पहुंची थी.
होटल के पास गोपाल खेमका पर चली थी गोली
बता दें कि शनिवार को शहर के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में स्थित पनास होटल के पास गोपाल खेमका को उस वक्त गोली मारी गई, जब वे अपने अपार्टमेंट में कार से उतर रहे थे. साफ था कि हमलावर पहले से घात लगाए बैठा था और मौका मिलते ही उसने उन पर गोली चला दी. घटना के बाद परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना पुलिस ने जांच तेज की हुई है. पुलिस को शक है कि हत्या के पीछे जमीन विवाद और पुरानी रंजिश हो सकती है.
पहले हो चुकी खेमका के बेटे की हत्या
गौरतलब है कि ये कोई पहली बार नहीं था जब खेमका परिवार को निशाना बनाया गया बल्कि साल 2019 में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी अपराधियों ने वैशाली जिले में गोली मारकर हत्या कर दी थी.गोपाल खेमका को तब सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, लेकिन पिछले साल उनकी सुरक्षा हटा दी गई थी.अब एक बार फिर खेमका परिवार को निशाना बनाए जाने से राजधानी में सनसनी फैल गई है.