ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि 22 जून को अमेरिकी हवाई हमलों में उनके तीनों परमाणु ठिकानों को व्यापक क्षति पहुंची है. हालांकि, ईरान का कहना है कि वह अभी तक हुई इस तबाही का आकलन नहीं कर सकता.
पेजेश्कियान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अमेरिकी हवाई हमलों में तबाह हुए इन परमाणु ठिकानों तक अभी हमारी पहुंच नहीं है. इन तक पहुंच बनाने में अभी हमें इंतजार करना होगा.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उन्होंने कहा कि ईरान, संयुक्त राष्ट्र न्यूक्लियर वॉचडॉग के साथ सहयोग की समीक्षा करने को तैयार है लेकिन अभी तक हम इन नष्ट हुए परमाणु ठिकानों का पूर्ण निरीक्षण नहीं कर सकते.
पेजेश्कियान ने कहा कि हम इन्हें लेकर बातचीत करने को तैयार है. हम भागने वाला पक्ष नहीं है. हम इस तरह के सुपरविजन के लिए तैयार हैं. लेकिन दुर्भाग्य से अमेरिका ने हमारे परमाणु केंद्रों और प्रतिष्ठानों पर हमले किए. इन परमामु केंद्रों में कई उपकरणों को भारी क्षति पहुंची है.
बता दें कि अमेरिका ने फोर्दो, नतांज और इस्फहान ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर सफल हमले किए थे. फोर्दो में बमों के पूरे पेलोड को गिराया गया था.