कोरबा: जिले के दीपका परियोजना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मलगांव में हुए मुआवजा घोटाले को लेकर अब आवाज़ तेज़ होने लगी है। आम आदमी पार्टी के ग्रामीण जिलाध्यक्ष जगलाल राठिया ने इस मामले में कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि एसईसीएल की दीपका विस्तार परियोजना के तहत ग्राम मलगांव में अधिग्रहित भूमि से संबंधित एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम कटघोरा द्वारा की गई जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि मुआवजा सूची में दर्ज 152 मकानों का कोई वास्तविक अस्तित्व ही नहीं है। ये सभी मकान काल्पनिक पाए गए हैं।
गौरतलब है कि मई 2025 में विस्थापन प्रक्रिया के दौरान ग्राम मलगांव की परिसंपत्तियों को हटाते समय यह संदेहास्पद मामला सामने आया। एसईसीएल द्वारा प्रशासन को दी गई मुआवजा सूची में कुल 78 ऐसे मकान दर्ज थे, जो मौके पर मौजूद नहीं थे। आम आदमी पार्टी ने प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए यह मांग उठाई है कि ऐसे फर्जी लाभार्थियों के नाम सार्वजनिक किए जाएं और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पार्टी ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। पार्टी का कहना है कि यह घोटाला अत्यंत गंभीर है और इसकी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए पारदर्शिता व जवाबदेही आवश्यक है।
फिलहाल प्रशासन की ओर से न तो फर्जी लाभार्थियों की सूची सार्वजनिक की गई है, और न ही इस पूरे मामले में शामिल अधिकारियों पर कोई जांच शुरू की गई है। इससे नाराजगी बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले में कुछ सफेदपोश और राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग भी शामिल हो सकते हैं, यही कारण है कि नामों को उजागर करने की मांग जोर पकड़ रही है।