‘मैं सोनम और मुस्कान जैसी नहीं, आखिर मिल गई ना मुझे क्लीन चीट…’ मंगेतर की हत्या में गुलफशा को मिली राहत

रामपुर की गुलफशा… एक ऐसा नाम जिसे कुछ ही दिनों पहले तक लोग सोनम और मुस्कान से जोड़ रहे थे. शादी से ठीक एक दिन पहले मंगेतर की हत्या हुई, शक की सुई उसी पर घूमी, एफआईआर में नाम जुड़ा, और लोग चरित्र पर सवाल उठाने लगे. लेकिन रामपुर पुलिस की जांच ने सारी धारणाएं तोड़ दीं. गुलफशा निर्दोष निकली. अब वह कह रही है कि मैं सोनम और मुस्कान जैसी नहीं, आखिर मिल गई ना मुझे क्लीन चीट.

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बीते दिनों जब रामपुर के गंज थाना क्षेत्र में 15 जून को निहाल की शादी होनी थी. 14 जून को उसकी लाश मिली. परिजन बुरी तरह टूट चुके थे और उन्होंने निहाल को मारने का आरोप उसकी होने वाली पत्नी गुलफशा पर लगाया. रामपुर पुलिस ने इस केस की जांच में कोई ढिलाई नहीं बरती. हर जगह के सीसीटीवी खंगाले. कई गवाहों से पूछताछ की. इसके बाद इस केस का रुख ही बदल गया. फुटेज में साफ नजर आया कि निहाल (मृतक) को उसके ही गांव का एक युवक सद्दाम अंतिम बार साथ लेकर गया था. सद्दाम वही व्यक्ति था जो गुलफशा के घर कारचोब (कढ़ाई-बुनाई) का काम करने आता था और जिसका गुलफशा से एकतरफा लगाव था. जब पुलिस ने गुलफशा से पूछताछ की तो शुरुआत में वह चुप रही. लेकिन जैसे-जैसे सच बाहर आया सब कुछ साफ होता चला गया.

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मेरी गलती बस इतनी थी कि मैंने अपने मां-बाप को नहीं बताया

गुलफशा बताती है, मेरी शादी 15 जून को होनी थी. लेकिन एक दिन पहले ही मेरे होने वाले पति की हत्या कर दी जाती है. पुलिस जांच में सामने आया कि सद्दाम ने निहाल को मारा. यह वही सद्दाम था जो हमारे घर आता था. उसने मुझसे कई बार शादी का दबाव बनाया. मुझे धमकी भी दी. बोला था कि अगर मैंने शादी से मना किया तो वह मुझे और मेरे मां-बाप को जान से मार देगा. इससे मैं डर गई. किसी से कुछ नहीं बताया. मुझे नहीं पता था कि वह निहाल को मार देगा. बस मेरी गलती यही थी कि मैंने समय पर किसी को कुछ नहीं बताया. गुलफशा ने यह भी बताया कि सद्दाम अक्सर उसे धमकाता था, और जब उसने शादी के लिए इनकार किया तो उसने निहाल को रास्ते से हटा दिया. उसे डर था कि अगर गुलफशा की शादी हो गई तो उसका मोह भंग हो जाएगा.

वरना मैं जेल चली जाती

गुलफशा कहती है, जब निहाल के घरवालों ने मेरे खिलाफ एफआईआर करवाई, तब मुझे ऐसा लगा कि अब सब खत्म हो गया. लेकिन रामपुर पुलिस ने निष्पक्ष जांच की, और मेरा नाम केस से हटा दिया. उन्होंने मेरे बयान, लोकेशन और अन्य तथ्यों के आधार पर पाया कि मेरी कोई भूमिका नहीं थी. गुलफशा कहती हैं कि आज जब लोग उसे सोनम और मुस्कान से जोड़ते हैं, तो उसे दुख होता है. मैं सोनम या मुस्कान जैसी नहीं. मैंने कोई गुनाह नहीं किया, मुझे क्लीन चिट मिल चुकी है.

क्या बोले पुलिस अधिकारी

रामपुर के पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने बताया कि 14 जून को थाना भोट क्षेत्र में एक युवक की डेड बॉडी मिली. पहचान हुई कि वह निहाल था, जिसकी अगले दिन शादी थी. शुरुआती जांच में लड़की का नाम रिपोर्ट में दर्ज हुआ. मगर गहराई से विवेचना के बाद कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि लड़की यानी गुलफशा का इस हत्या में कोई हाथ है. इसलिए उसका नाम हटाकर विवेचना पूरी कर दी गई है.

सद्दाम को हो सख्त सजा, निहाल को मिले इंसाफ

गुलफशा कहती हैं मुझे क्लीन चिट मिली, लेकिन मेरे मंगेतर निहाल को तो खो दिया. जो सपना देखा था, वो एक दिन पहले ही टूट गया. अब मैं बस यही चाहती हूं कि सद्दाम को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि किसी और लड़की को ऐसी पीड़ा न झेलनी पड़े.

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