महाराष्ट्र में इस समय भाषा को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. इसी बीच मराठी भाषा को लेकर हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे साथ आए. दोनों भाई पूरे 20 साल बाद मराठी भाषा के लिए एक ही मंच पर दिखाई दिए. इसी बीच अब समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने ठाकरे भाइयों पर निशाना साधा है.
दरअसल, हाल ही में महाराष्ट्र में ठाणे के भयंदर में राज ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का स्कार्फ पहने लोगों के एक ग्रुप ने मराठी नहीं बोलने पर एक फूड स्टॉल मालिक की पिटाई कर दी. इसी मामले को लेकर अब राजीव राय ने ठाकरे बंधुओं पर निशाना साधा है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
राजीव राय ने साधा निशाना
राजीव राय ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, राज ठाकरे ! कभी सोचा है आपने कि अभी तक महाराष्ट्र में आपकी राजनैतिक ताकत क्यों नहीं बनी? जब कोई पूछता नहीं है तो मीडिया में आने के लिए गरीब हिंदी भाषियों के साथ गुंडागर्दी करना आपकी कायरता की निशानी है.
उन्होंने आगे कहा, जिस हिंदी फिल्मों से आपके परिवार की अरबों की कमाई हुई, हिंदी सिनेमा ने बॉलीवुड की पहचान बनाई, कभी उनके खिलाफ क्यों नहीं बोलते? दम है तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को मुंबई से बाहर कर दो! अगर हिंदी भाषी गरीब रोजी रोटी के लिए महाराष्ट्र जाते हैं तो हजारों मराठी परिवार भी हिंदी सिनेमा के भरोसे ही चलते हैं.
“मराठी भाषा संस्कार की भाषा है, गुंडागर्दी की नहीं”
राजीव राय ने आगे कहा, मराठी भाषा संस्कार की भाषा है, गुंडागर्दी की नहीं. इस देश का कोई हिस्सा सिर्फ भाषा के नाम पर किसी के बाप का नहीं हो सकता, इस देश के हर हिस्से पर सभी देश वासियों का अधिकार है, जैसे हर मराठी मानुष का पूरे देश में सम्मान और अधिकार है. छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ आपके ही नहीं पूरे देश के हीरो है.
साथ ही राजीव राय ने कहा, याद रखिएगा इस देश की पहचान अतिथि देवों भव: के भाव से है, दो कौड़ी की गुंडागर्दी से नहीं और गुंडागर्दी का इलाज भी हो सकता है. ठीक से हो सकता है! इसलिए आप आत्म चिंतन करिएगा.
ठाकरे बंधुओं ने की विक्ट्री रैली
महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार तीन भाषा नीति लाई थी. इसी के बाद सरकार ने इस नीति पर यू-टर्न लिया. इसी को राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने जीत के रूप में पेश किया. विजय रैली में शामिल हुए. साथ ही आपसी सारी रंजिश भुला कर इसी मामले को लेकर दोनों भाई साथ आ गए.