यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने पर यूरिन में सफेद कण दिखाई देना आम बात है. जब बैक्टीरिया मूत्रमार्ग से होते हुए ब्लैडर या किडनी में पहुंचते हैं और बढ़ने लगते हैं, तो वहां संक्रमण फैलाते हैं. इसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहते हैं. यह समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों को हो सकती है.यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने पर आपको सिर्फ असहज ही महसूस नहीं होता, बल्कि गंभीर समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि हर दो में से एक महिला को यूटीआई की समस्या का सामना करना पड़ता है. गर्मियों के मौसम में महिलाओं को यूटीआई की समस्या का सामना काफी ज्यादा करना पड़ता है और इसका एक बड़ा कारण बॉडी का डिहाइड्रेट होना है.
डिहाईड्रेशन- गर्मियों में यूटीआई होने का एक बड़ा कारण डिहाइड्रेशन है. पानी कम पीने से यूरिन नहीं आती है, जिससे शरीर के अंदर ही बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं. रोजाना कम से कम 6 से 8 गिलास जरूर पिएं.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
यूरिन को रोककर रखना- यूरिन को बहुत ज्यादा देर के लिए रोककर रखने से बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं जिससे यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है. यूरिन को बहुत ज्यादा देर तक रोकने की गलती ना करें.
टाइट कपड़े- गर्मियों में टाइट कपड़े पहनने से वजाइना में बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं. ऐसे में जरूरी है कि हल्के और कॉटन के कपड़े पहनें.
प्रेग्नेंसी- प्रेग्नेंसी के दौरान यूटीआई बहुत आम है क्योंकि भ्रूण ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक्ट पर दबाव डाल सकता है. महिलाएं बच्चे के जन्म के दौरान और उसके बाद भी यूटीआई से सेंसिटिव होती हैं.
मेनोपॉज- मेनोपॉजल महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी के कारण यूथेरा की स्किन पतली हो जाती है. महिलाओं में यूथेरा वजाइना के बहुत करीब होता है, जिससे महिलाओं को यूटीआई होने का खतरा ज्यादा होता है.