सूरजपुर: मानसून की बारिश ने जहां क्षेत्र की नदियों को उफान पर ला दिया है, वहीं एक युवक की जिद ने उसे मौत के मुंह में धकेल दिया। प्रतापपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गोटगंवा निवासी श्याम मरावी (उम्र 22 वर्ष) की लाश खोरमा एनीकट बांध में बहकर फंसी हुई हालत में मिली। यह दर्दनाक घटना न केवल परिजनों के लिए शोक का कारण बनी, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
परिजनों ने बताया कि घटना एक दिन पूर्व की है। लगातार हो रही बारिश के कारण सभी नदियाँ उफान पर थीं, ऐसे में श्याम मरावी नदी में नहाने की जिद कर बैठा। घरवालों ने उसे काफी समझाया, लेकिन उसने किसी की एक न सुनी और अकेले ही नदी की ओर निकल पड़ा। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटा, तो परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई। खोजबीन करने पर नदी किनारे उसके कपड़े तो मिले, लेकिन श्याम का कोई पता नहीं चला।
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर रातभर नदी के बहाव में दूर-दूर तक उसकी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। ग्रामीणों का मानना था कि नदी के तेज बहाव ने उसे अपने आगोश में समा लिया। अगले दिन सुबह खोरमा एनीकट बांध के पास ग्रामीणों को एक शव झाड़ियों में फंसा हुआ दिखाई दिया। जैसे ही यह खबर फैली, इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पास जाकर देखने पर यह शव श्याम मरावी का निकला, जो लगभग 3 से 4 किलोमीटर दूर बहते हुए यहां तक पहुंचा था।
बांध की झाड़ियों में शव फंसे नहीं रहता तो शायद उसका पता भी नहीं चल पाता। घटना की सूचना मिलते ही प्रतापपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों ने जानकारी दी कि श्याम इससे पहले भी कई बार नदी में डूबते-डूबते बचा था। आसपास के लोगों की सतर्कता से वह हर बार बच निकला, लेकिन इस बार तेज जलधारा और किस्मत ने साथ नहीं दिया।
इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। ग्रामीणों में आक्रोश है कि प्रशासन द्वारा उफनती नदियों के किनारे चेतावनी बोर्ड या निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई, जिससे ऐसे हादसे रोके जा सकें।