अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. पहले रामलला की और फिर राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक आयोजनों के बाद अब मंदिर शिखर पर ध्वज पताका फहराने की तैयारी शुरू हो गई है. नवंबर माह में शुभ मुहूर्त देखकर इस आयोजन को ऐतिहासिक और भव्य स्वरूप में संपन्न कराया जाएगा.
161 फीट ऊंचे शिखर पर होने वाले इस ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की संभावना है. राम मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों के अनुसार ज्योतिषाचार्यों ने 16 नवंबर और 25 नवंबर को शुभ तिथि बताया है. इन्हीं में से किसी एक दिन भव्य आयोजन होगा.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
यह ध्वजारोहण केवल प्रतीकात्मक नहीं होगा बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की विजय, धर्म की प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण की पूर्णता की ओर बढ़ते कदम का संदेश होगा. शिखर पर ध्वज आरोहण से पहले विशेष वैदिक अनुष्ठान, रामकथा और संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे.
रामनगरी एक बार फिर भक्तिभाव, मंत्रोच्चार और भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूंज उठेगी। देश के प्रसिद्ध संगीतज्ञ व कलाकार इस अवसर पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे जिससे समारोह की भव्यता और बढ़ जाएगी.
मंदिर परिसर में मुख्य राम मंदिर के अलावा अन्य सभी मंदिरों के शिखरों पर भी ध्वज फहराया जाएगा. ट्रस्ट की ओर से संत-महात्मा, धर्माचार्य, देश-विदेश के विशिष्ट अतिथि और बड़ी संख्या में रामभक्तों की सूची तैयार की जा रही है.
यह आयोजन रामलला और राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा की ऐतिहासिक गूंज को एक नई ऊंचाई देगा और अयोध्या को एक बार फिर से आस्था और संस्कृति के महाकुंभ में परिवर्तित कर देगा.