गोंडा: उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को देवीपाटन मंडल में संचालित चिकित्सा शिक्षा संस्थानों, चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों की गहन एवं बिंदुवार समीक्षा की. स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक प्रगति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई इस समीक्षा में उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट रूप से रेखांकित की. उन्होंने कहा, “हर नागरिक को सुलभ, समुचित और निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है, और सरकार इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है.”
माननीय उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री ब्रजेश पाठक जी जनपद गोंडा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मनकापुर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से सीधे संवाद किया और सीएचसी में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, दवाओं की उपलब्धता, सफाई व्यवस्था, चिकित्सकों की उपस्थिति सहित अन्य व्यवस्थाओं का गहनता से निरीक्षण किया. निरीक्षण के उपरांत उपमुख्यमंत्री जी ने मण्डलीय स्वास्थ्य समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें देवीपाटन मण्डल के सभी चार जनपदों – गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में क्षेत्रीय विधायक माननीय रमापति शास्त्री, जिलाधिकारी गोंडा श्रीमती नेहा शर्मा, सीएमओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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निशुल्क सेवाएं, दवाओं की निर्बाध आपूर्ति और इलाज में पारदर्शिता प्राथमिकता में:
बैठक के दौरान श्री पाठक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए और सभी मरीजों को निःशुल्क उपचार एवं औषधियां उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पतालों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और संवेदनशीलता बनी रहे.
व्यवस्थागत अनुशासन और स्वच्छता पर विशेष बल:
निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को चिन्हित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में दिनवार चादरों के रंग तय कर उनके कठोर अनुपालन तथा स्वच्छता मानकों को उच्चतम प्राथमिकता देने को कहा। यह सुनिश्चित किया गया कि हर अस्पताल स्वच्छ, व्यवस्थित और मरीजों के अनुकूल वातावरण प्रदान करे.
आपात चिकित्सा प्रबंधन की स्थिति संतोषजनक:
श्री पाठक ने जानकारी दी कि कुत्ते, बंदर एवं सांप के काटने जैसे आपात मामलों के इलाज हेतु सभी आवश्यक एंटी रेबीज एवं विषनाशक इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. उन्होंने निर्देश दिया कि इस प्रकार के मामलों में उपचार में कोई विलंब न हो और पीड़ित को त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए.
चिकित्सकों की नियुक्ति और स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति:
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सामान्य चिकित्सकों के रिक्त पदों को जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में मंडलीय स्तर पर आयोजित बैठकों द्वारा भर लिया गया है। वहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों के रिक्त पदों हेतु शासन को संस्तुतियाँ भेजी गई हैं, जिनमें से कुछ की नियुक्ति भी की जा चुकी है। यह प्रक्रिया स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता और सुदृढ़ता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम कदम है.
देवीपाटन मंडल – उत्तर प्रदेश का चिकित्सा सेवा मॉडल बनने की दिशा में अग्रसर:
श्री पाठक ने देवीपाटन मंडल को चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में राज्य का आदर्श मंडल बनाने की संकल्पबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “देवीपाटन मंडल शासन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदेश में सर्वोत्तम बनाने हेतु हम पूरी निष्ठा और सक्रियता से कार्य कर रहे हैं.”
पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता:
एक निजी अस्पताल में प्रसूता की मृत्यु के मामले पर उपमुख्यमंत्री ने पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए स्पष्ट किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्राप्ति के उपरांत नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.