मध्य प्रदेश के उज्जैन में 14 जुलाई से 11 अगस्त तक पहली से 12वीं तक के स्कूल सोमवार के बजाए रविवार को लगेंगे. ये फैसला श्रावण महीने में भगवान महाकालेश्वर की निकलने वाली सवारी को देखते हुए लिया गया है.
दरअसल, सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी वाले दिन दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उज्जैन पहुंचते हैं. ऐसे में स्कूलों की बसें और अन्य वाहन भीड़ में फंस जाते है. इससे बच्चों और श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ती है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उज्जैन कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने कहा कि इस बार कुल छह सवारियां महाकाल मंदिर से निकलेंगी. पहली सवारी 14 जुलाई, दूसरी 21 जुलाई, तीसरी 28 जुलाई, चौथी 4 अगस्त, पांचवीं 11 अगस्त और छठी व अंतिम सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी. सवारी वाले दिन नगरीय सीमा में आने वाले सभी प्राइवेट और शासकीय स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए सोमवार के बजाए रविवार को स्कूल लगेंगे.
कांग्रेस विधायक बोले- दूसरे धर्म के लोगों को भी देंगे छुट्टी?
उधर, भोपाल मध्य सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद उज्जैन में सोमवार की छुट्टी का विरोध में खड़े हो गए हैं. उन्होंने कहा किमहाकाल की सवारी सालों से निकल रही है. लोग स्वागत करते हैं. हर धर्म के लोग स्वागत करते हैं. सोमवार को छुट्टी और रविवार को स्कूल का कलेक्टर बेतुका आदेश निकाल रहे हैं. दूसरे धर्म के लोग भी आवाज उठाएंगे तो क्या करोगे? रविवार को स्कूल और सोमवार को छुट्टी नहीं देनी चाहिए. आज पहली बार थोड़ी महाकाल का जुलूस निकल रहा है. संविधान से देश चलता है.
कांग्रेस विधायक के विरोध पर भड़की BJP
भोपाल की नरेला सीट से विधायक और मोहन यादव सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. कहा, ”यह स्वागतयोग्य निर्णय है. हम सब मध्य प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि यहां महाकाल बाबा विराजमान हैं और सावन के महीने में हर सोमवार को सवारी निकलती है, जहां पूरा शहर, पूरा प्रदेश, पूरा देश इकट्ठा होता है. सभी लोग सवारी में शामिल होकर पुण्यलाभ अर्जित कर सकें, इसलिए रविवार को स्कूल खुलेंगे और सोमवार को छुट्टी होगी.
मंत्री सारंग ने कहा, कांग्रेस से क्या अपेक्षा करते हो? वह तो सनातन की हर परंपरा का विरोध करेंगे. इटली के संस्कार यही हैं. इटली के संस्कार में पलने-बढ़ने वाली कांग्रेस के नेता हर सनातन परंपरा का विरोध करेंगे. उनका बस चले तो वो सनातन की परंपरा को समाप्त ही कर दें, पर यह मध्यप्रदेश है और हम सनातन की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे और उसका संरक्षण करेंगे.”