उफान पर शिवनाथ नदी, SDRF की टीम ने बाढ़ में फंसे 32 लोगों को बाहर निकाला, रिहायसी इलाकों में घुसा पानी..

 दुर्ग जिले में लगातार बारिश की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। लगातार बारिश के कारण दुर्ग से बहने वाली शिवनाथ नदी उफान पर है। इसकी वजह से बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं। जिला प्रशासन में नदी के किनारे वाले गांव में अलर्ट जारी कर दिया है।

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बता दें कि नदी के हालात को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को भी लगा दिया गया है। नदी किनारे के गांव में ईंट भट्ठा के मजदूरों को भी वहां से हटाया जा रहा है। दुर्ग शहर के कई वार्डों में भी पानी भर गया है। शंकर नगर, बोरसी, मीनाक्षी नगर, गया नगर, मालवीय नगर चौंक, जल परिसर, पद्मनाभपुर, बोरसी में जगह जगह पानी भर गया है।

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60 साल पूराना नीम का पेड़ उखड़ा

इसके साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप के कई सेक्टर में आवासों में पानी भर गया। वहीं भिलाई नगर निगम क्षेत्र के निचली बस्तियां भी जलमग्न होने की स्थिति में पहुंच गई है। भारी बारिश के कारण सेक्टर 6 सड़क नंबर 37 में 60 साल पुराना नीम का झाड़ सड़क पर गिर गया है। इसमें कार दब गई। हालांकि इस दुर्घटना में किसी इसान को चोट नहीं आयी है।

बाढ़ में फंसे 32 लोगों को बाहर निकाला

जिले के अंजोरी चौकी अंतर्गत ग्राम थनौद में भारत माला परियोजना के तहत सड़क निर्माण का काम चल रहा है। शिवनाथ नदी में बाढ़ की वजह से यहां काम कर रहे लोग फंस गए थे। एसडीआरएफ की टीम ने यहां से 32 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। जिसमें महिला,पुरुष के अलावा बच्चे भी शामिल हैं। एसडीआरएफ के जिला सेनानी नागेंद्र कुमार सिंह ने यह जानकारी दी।

महमरा एनीकट में 5 फीट ऊपर बह रहा पानी

जिले में मंगलवार-बुधवारी की दरम्यानी रात करीब 77.3 मिमी औसत बारिश हुई है। सर्वाधिक 103 मिमी बारिश अहिवारा तहसील में दर्ज किया गया है। निरंतर तेज रफ्तार हुई बारिश के कारण दुर्ग-भिलाई सहित अन्य निकायों में जगह-जगह जलभराव की स्थिति निर्मि हो गई। वहीं शिवनाथ नदी स्थित महमरा एनीकट पर करीब पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है। सुबह करीब 10 बजे के आसपास बारिश थम गई। बारिश थमने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। बारिश थमते ही जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी निकासी का काम शुरू किया गया

 

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