अनूपपुर में पूर्व विधायक शबनम मौसी पर लूटपाट और मारपीट का आरोप लगा है। विवाद का एक वीडियो भी सामने आया है। मंगलवार को हुए विवाद को लेकर अमलाई बाबू चौक निवासी सब्जी व्यापारी राहुल कुमार सोनी ने बुधवार को चचाई थाने में शिकायत की है। हालांकि अभी केस दर्ज नहीं हुआ है।
राहुल के मुताबिक, चार महीने पहले मेरे घर में बेटा हुआ है। बधाई देने शबनम मौसी अपने 8 से 10 किन्नर साथियों के साथ मेरे घर आईं। उन्होंने बधाई के रूप में 21 हजार रुपए मांगे। मेरी मां और पत्नी ने 1100 रुपए दिए। इस पर शबनम मौसी ने बद्दुआ देना शुरू कर दिया। मेरी मां से कहा- तेरा पोता नहीं रहेगा।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
झुमके लौटाने की रिक्वेस्ट की, लेकिन नहीं मानी
शिकायतकर्ता राहुल के मुताबिक- मेरी पत्नी ने फोन पर मुझे इसकी जानकारी दी। मैं अनूपपुर में था। मैंने इन्हें (शबनम मौसी को) फोन लगाया। रिक्वेस्ट की कि झुमके वापस कर दो, लेकिन उनका कहना था कि बधाई के 21 हजार रुपए दे और ले जा। मैं 21 सौ रुपए देने के लिए रेडी हुआ। मैंने चचाई थाने में शिकायत की है। पुलिस से इन पर कार्रवाई करे और मेरा सामान वापस दिलाए।
शबनम मौसी बोलीं- मुझसे 50 हजार रुपए उधार लिए थे
मामले में शबनम मौसी का कहना है कि राहुल सोनी की 4 साल पहले शादी हुई थी। शादी में हमने बधाई मांगी थी तो 6 माह बाद 11 हजार रुपए की बधाई मिली थी। उसके बाद जब उसे लड़का हुआ तो एक बार फिर बधाई मांगने के लिए गए।
देश की पहली किन्नर विधायक रही हैं शबनम मौसी
शबनम मौसी देश की पहली किन्नर विधायक रह चुकी हैं। उन्होंने साल 2000 में शहडोल जिले की सोहागपुर सीट से उपचुनाव जीता था। ये सीट तत्कालीन कांग्रेस विधायक रहे कृष्णपाल सिंह की मौत के बाद खाली हुई थी।
शबनम ने भाजपा के लल्लू सिंह को 17 हजार 800 से ज्यादा वोटों से हराया था। हालांकि, साल 2003 के विधानसभा चुनाव में उन्हें केवल 1400 वोट मिले और वह बुरी तरह हारी थीं।
विधायकी से पहले भी परंपरागत काम करती थीं शबनम
ट्रांसजेंडर शबनम मौसी अनूपपुर में रहती थीं। विधायक बनने से पहले वह किन्नरों के परंपरागत काम कर अपना गुजर-बसर करती थीं। ये वह दौर था, जब लोगों में राजनीतिक दलों के प्रति गुस्सा था। लोग तत्कालीन सरकार से नाराज थे।
पब्लिक के बीच से ही शबनम मौसी को सोहागपुर सीट से उपचुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया गया। शबनम मौसी ने एमएलए बनने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था। कांग्रेस और बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशियों सहित कुल 9 लोग चुनाव मैदान में थे।
शबनम मौसी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव चिह्न पतंग मिला था। इसके बाद जनता ने शबनम मौसी को इतने वोट दिए कि बाकी प्रत्याशी उनके आसपास तक भी नही पहुंच सके।