सुपौल के 543 सरकारी शिक्षकों पर गिरी गाज, विभाग ने पूछा जवाब

Bihar: सुपौल में एक साथ 543 सरकारी शिक्षकों पर एक साथ गाज गिर गई है, जिसको लेकर शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. आपको बता दें कि जिले में लगातार सरकारी शिक्षकों पर विभाग कार्रवाई तो करती है. परंतु शिक्षक बाज नहीं आ रहे हैं. शिक्षकों के दैनिक उपस्थिति दर्ज करने वाले ई शिक्षा कोष एप की विभाग ने समीक्षा की.

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समीक्षा के दौरान पाया गया कि इस दिन जिले के 543 शिक्षकों ने एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज ही नहीं की है. इन सभी शिक्षकों का एप पर न सेल्फ अटेंडेंस और न ही मार्क आन ड्यूटी दर्ज है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करने का मन बना लिया है. फिलहाल डीईओ ने संबंधित शिक्षकों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आदेश जारी करते हुए इन सभी शिक्षकों से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांग कर अपने मंतव्य के साथ कार्यालय को समर्पित करने को कहा है. डीईओ ने तत्काल इन सभी 543 शिक्षकों का 8 जुलाई का नो वर्क नो पे के सिद्धांत पर वेतन को स्थगित कर दिया है.

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दरअसल ई शिक्षा कोष के माध्यम से 8 जुलाई को जिले के शिक्षकों द्वारा बनाई गई दैनिक उपस्थिति की जब समीक्षा की गई तो पाया गया कि जिले के 543 शिक्षकों की हाजिरी न सेल्फ अटेंडेंस और न ही मार्क आन ड्यूटी दर्ज पाया गया ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी का मानना है कि यह सभी शिक्षक 8 जुलाई को विद्यालय से बिना सूचना के अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे हैं. इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि गड़बड़ी करने वाले पर कार्रवाई सुनिश्चित है.

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