आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बाद अब रेस सुपरइंटेलिजेंस की शुरू हो रही है. कोई इसे आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस बोल रहा है तो कोई सुपरइंटेलिजेंस. Meta ने तो Superintelligence Labs का ऐलान कर दिया है. MSL में कई बड़े नाम को शामिल किया जा रहा है.
इसके लिए मार्क जकरबर्ग दूसरे कंपनियों के इंजीनियर्स को मोटे पैकेज पर हायर कर रहे हैं. Meta Superintelligence Labs के लिए उन्होंने Scale AI के Ex-CEO Alexandr Wang और GitHub के Ex-CEO Nat Friedman को हायर किया है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
MSL के लिए करोड़ों का बोनस दे रहे जकरबर्ग
मार्क की नई टीम में लगभग हर बड़ी कंपनी से कोई ना कोई शख्स जुड़ा है. OpenAI CEO Sam Altman ने एक पॉडकास्ट में दावा किया है कि मेटा उनकी कंपनी के रिसर्चर्स को 10 करोड़ डॉलर तक का साइनिंग बोनस दे रही है. आप इससे ही समझ सकते हैं कि मार्क के लिए ये प्रोजेक्ट काफी महत्वाकांक्षी है.
Meta Superintelligence Labs को लेकर मार्क जकरबर्ग ने खुद एक मेमो लिखा है. इसमें उन्होंने बताया है कि जैसे-जैसे AI का प्रोग्रेस तेज हो रहा है, सुपरइंटेलिजेंस का डेवलपमेंट भी सामने आ रहा है. मार्क ने कहा, ‘मेरा मानना है कि ये इंसानियत के लिए नए युग की शुरुआत है.’
क्या है मार्क का प्लान?
उन्होंने बताया कि इस पूरे ऑर्गेनाइजेसन को अब Meta Superintelligence Labs (MSL) कहा जाएगा, जिसका काम कंपनी के मौजूदा मॉडल्स की अगली पीढ़ी तैयार करना होगा. Alexandr Wang इस टीम को लीड करेंगे. उन्होंने बतौर चीफ AI ऑफिसर इस कंपनी को जॉइन किया है.
उनका साथ Nat Friedman देंगे. उन्होंने भी हाल में ही मेटा को जॉइन किया है. नैट AI प्रोडक्ट्स और अप्लायड रिसर्च पर काम करेंगे. इसके अलावा मेटा की इस टीम में ChatGPT, O4 Mini, Anthropic और दूसरी प्रमुख AI टीम में काम करने वाले लोग शामिल होंगे.
अब सवाल है कि इन सब के साथ मिलकर Mark Zuckerberg करना क्या चाहते हैं? इसका जवाब मार्क ने अपने मेमो में दिया है. उन्होंने कहा है कि AI का प्रोग्रेस जैसे-जैसे बढ़ रहा है, लोग सुपरइंटेलिजेंस पर काम करना शुरू करेंगे. सुपरइंटलेजिंस की रेस में मेटा सबसे आगे होना चाहता है.
मार्क की नई टीम कंपनी के तमाम मॉडल्स के अगले जनरेशन पर काम करेगी. अपने मेमो में मार्क के स्मार्ट ग्लास और वियरेबल की बात की है. स्मार्ट ग्लास की कैटेगरी में Meta किसी भी दूसरी कंपनी से आगे हैं. कंपनी को फर्स्ट मूवर का फायदा मिलता दिख रहा है. MSL में भी जकरबर्ग ऐसा ही कुछ करना चाहते हैं. मार्क जकरबर्ग सभी के लिए एक पर्सनल सुपरइंटेलिजेंस बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
तैयार किया जाएगा AGI
आसान भाषा में कहें, तो मेटा सुपरइंटेलिजेंस लैब में मार्क जकरबर्ग Artificial General Intelligence तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं. ये एक ऐसा AI होगा, जो इंसानों की तरह सोच और समझ सकेगा. ये AI सिर्फ चैटबॉट नहीं होगा बल्कि अपने एक्सपीरियंस से सीखेगा और उसके आधार पर आपको जानकारी देगा.
संभव है कि ये कंपनियां किसी दिन फिल्मों की तरह एक AI तैयार कर दें, जो आपके साथ हर वक्त मौजूद रहे. ये AI आपको दुनिया भर के नॉलेज की मदद से गाइड करेगा. हाल में आई Marvel की वेब सीरीज Iron Heart में भी हमें ऐसा AI दिखा है.
पहले भी Iron Man जैसी मूवीज में ऐसे AI नजर आ चुके हैं, जो इशारों पर काम करते हैं. ये AI डिस्प्ले के मोहताज नहीं होते हैं और किसी चैटबॉट की तरह नहीं बल्कि एक कम्पैनियन की तरह काम करते हैं. यानी आपको एक ऐसा साथी मिलेगा जो हर मामले का एक्सपर्ट होगा.