उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से भ्रष्टाचार का एक बेहद हैरान कर देने वाला सामने आया है, जहां मुर्दे सड़क बना रहे हैं. यहां मुर्दों को भी मजदूर दिखाया गया है. जिस मजदूर की मृत्यु 3 साल पहले हो चुकी है उसको मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्य की मजदूरी का भुगतान हो रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. सीडीओ ने मामले की जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
पूरा मामला देवरिया जिले के बैतालपुर ब्लॉक के लखनचांद गांव का है. गांव में बड़े पैमाने पर मनरेगा में भ्रष्टाचार का मामला का मामला सामने आया है. यहां एक मरे हुए व्यक्ति की मनरेगा रजिस्टर में उपस्थिती दिखाकर उसकी मजदूरी निकाली जा रही है. यहीं नहीं जो लोग गांव में नहीं हैं, वह लोग भी कागजों में काम कर रहे हैं. उनके खातों में भी मजदूरी के पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं. इस संबंध में गांव के ही युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी.
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3 साल पहले हुई मजदूर की मौत
लखनचंद गांव के रहने वाले जवाहर की मृत्यु विगत 3 साल पहले ही हो चुकी है. इसके बावजूद उनके खाते में मनरेगा के तहत होने वाले कार्य की मजदूरी जा रही है. इसी गांव के रहने वाले श्रीनिवास, रामलखन प्रसाद और रामेश्वर अलग-अलग राज्यों में रहकर कार्य करते हैं. इनको भी मनरेगा की मजदूरी का पैसा बकायदा खाते में भेजा जा रहा है. वहीं, मनरेगा में जिम्मेदार लोग जमकर भ्रष्टाचार और लूट खसोट करते नजर आ रहे हैं.
गांव के ही युवक ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वहीं, जब भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ तो विभाग में हड़कंप सा मच गया. अब देखना यह है कि इस मामले में कब और किस पर कार्रवाई की जाती है. भ्रष्टाचार की शिकायत लखनचंद गांव के रहने वाले प्रियांशु पटेल ने की थी. उन्होंने मनरेगा में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया था कि गांव का प्रधान मनरेगा में मृतक का नाम रजिस्टर में चल रहा है. इसके अलावा कुछ लोग शहरों में रहकर अपना जीवनयापन कर रहे हैं. फिर भी उन्हें मनरेगा की मजदूरी मिल रही है.
परिवार को नहीं मिला रहा पैसा
पिछले 6 महीने से एक व्यक्ति दिव्यांग होकर घर पर ही लेटा हुआ है. इन सभी के नाम की मनरेगा रजिस्टर में रोज उपस्थिति दर्ज हो रही है. जब रजिस्टर मजदूरों के घर जाकर बात की तो पता चला कि इन परिवारों को एक भी रुपये नहीं मिल रहे हैं. प्रधान सभी की मजदूरी का गबन कर रहा है. युवक ने प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इस मामले को लेकर सीडीओ प्रत्यूष कुमार पांडेय ने बताया कि BDO बैतालपुर ने जानकारी दी है कि मनरेगा के तहत एक मरा हुआ, दो बाहर गए लोग और एक दिव्यांग व्यक्ति काम कर रहा है.
सीडीओ ने दिए कार्रवाई के आदेश
आगे सीडीओ ने बताया कि मामले में कार्रवाई के साथ-साथ रिकवरी के भी आदेश दिए गए हैं. इसमें मनरेगा में T.A और सचिव के ऊपर रिस्पांसिबिलिटी है. हम इसमें एक्शन भी लेंगे.