समस्तीपुर: नकुनी पंचायत की मुखिया चंदा देवी की संदिग्ध हालात में मौत, गले पर फंदे का निशान…पति फरार

समस्तीपुर: जिले के हसनपुर प्रखंड अंतर्गत नकुनी पंचायत की 35 वर्षीय मुखिया चंदा देवी की मौत मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई. पुलिस को उनका शव एक एंबुलेंस में मिला, जिसे रोसड़ा-हसनपुर पथ पर स्थित काले गांव के पास से बरामद किया गया. शव मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कुछ लोगों का कहना है कि चंदा देवी की हत्या कर शव को गायब किया जा रहा था, जबकि परिजन दावा कर रहे हैं कि उनकी मौत चापाकल पर गिरने से हुई. मगर पुलिस को गले पर फंदे के निशान मिले हैं, जो इस मौत को संदेहास्पद बना रहे हैं.

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हसनपुर थाना की पुलिस ने एंबुलेंस को जब्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है. थाना में तैनात एएसआई धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शुरुआत में मुखिया के घर पहुंचने पर शव नहीं मिला था. बाद में काले गांव के पास से एंबुलेंस में रखे शव की बरामदगी की गई. फिलहाल मृतका के ससुराल और मायके पक्ष से कोई भी पुलिस के संपर्क में नहीं आया है.

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मृतका की पहचान नकुनी गांव निवासी हरिश्चंद्र खतवे उर्फ गुज्जर की दूसरी पत्नी के रूप में हुई है. उनकी पहली पत्नी की पहले ही मृत्यु हो चुकी है. चंदा देवी वर्तमान में नकुनी पंचायत की मुखिया थीं और उनके दो बच्चे 12 वर्षीय बेटा विक्रम कुमार और 10 वर्षीय बेटी राजनंदिनी कुमारी हैं. बच्चों ने बताया कि उनकी मां की मौत चापाकल पर गिरने से हुई, लेकिन गले पर पाए गए फंदे के निशान और पति के फरार होने से पुलिस को मामला संदिग्ध लग रहा है.

अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि यदि चंदा देवी की मौत वास्तव में चापाकल पर गिरने से हुई, तो फिर गले पर फंदे का निशान कैसे आया? इस बीच मुखिया पति के फरार होने से संदेह और गहराता जा रहा है. पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो इस रहस्य से पर्दा उठा सकती है.

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