ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार जवाद लारीजानी ने ईरानी टेलीविजन पर धमकी भरे लहजे में कहा कि ट्रंप अब अपने फ्लोरिडा स्थित आवास मार-ए-लागो में भी सुरक्षित नहीं हैं. यह बयान सीधे तौर पर जनवरी 2020 में अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या से जुड़ा है, जिसके लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया गया था.
ईरान और अमेरिका में हालिया तनाव के बीच ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधी धमकी दी है. ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार जवाद लारीजानी ने ईरानी टेलीविजन पर धमकी भरे लहजे में कहा कि ट्रंप अब अपने फ्लोरिडा स्थित आवास मार-ए-लागो में भी सुरक्षित नहीं हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इंटरव्यू के दौरान लारीजानी ने कहा, “ट्रंप ने कुछ ऐसे काम किए हैं कि अब वो फ्लोरिडा स्थित अपने आवास मार-ए-लागो में सनबाथ (धूप सेंकना) भी नहीं ले सकते. जब वह पेट के बल धूप में लेटे होंगे तो एक छोटा ड्रोन आकर उनकी नाभि पर गिर सकता है. यह बहुत आसान है. धूप में लेटे अमेरिकी राष्ट्रपति पर एक छोटे ड्रोन का हमला करना आसान होगा.
यह बयान सीधे तौर पर जनवरी 2020 में अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या से जुड़ा है, जिसके लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया गया था.
ऑनलाइन ‘ब्लड पैक्ट’ से जुटाए गए 27 मिलियन डॉलर
इस धमकी के साथ ही एक नया विवादास्पद ऑनलाइन कैंपेन भी सामने आया है, जिसका नाम है ‘ब्लड पैक्ट’ (फारसी में अहदे खून). यह प्लेटफॉर्म उन लोगों के खिलाफ बदले की कार्रवाई के लिए फंड इकट्ठा कर रहा है, जो ईरानी शासन और खासतौर पर खामेनेई के दुश्मन माने जाते हैं. दावा है कि 8 जुलाई तक इस अभियान के जरिए 2.7 करोड़ डॉलर (USD 27 million) से अधिक की राशि जुटाई जा चुकी है. वेबसाइट पर कहा गया है कि जो कोई भी ईश्वर के दुश्मनों और खामेनेई की जान को खतरे में डालने वालों को न्याय के दायरे में लाएगा, उसे इनाम दिया जाएगा.
ईरान से जुड़ी सरकारी मीडिया जैसे फार्स न्यूज एजेंसी ने भी इस अभियान की पुष्टि की है और देशवासियों से समर्थन की अपील की है.
ट्रंप पहले से हैं निशाने पर
बता दें कि जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद से अमेरिका को इस बात की लगातार जानकारी रही है कि ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) ने ट्रंप के खिलाफ कथित हत्या की साजिश रची है. अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियां इस खतरे को गंभीर मानती रही हैं और ट्रंप की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतती रही हैं.
इस बीच अमेरिका ने हाल ही में ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिसके बाद ईरान ने चेतावनी दी है कि उसका जवाब दिया जाएगा. हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि ईरान अमेरिका से बातचीत करना चाहता है, लेकिन ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने बयान जारी कर कहा है कि अमेरिका के हालिया हमलों के चलते फिलहाल कोई वार्ता संभव नहीं है.