मयंक बंसल ने बिजनेस टुडे टीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि जेन स्ट्रीट ने एक्सपायरी-डे ट्रेड में हेरफेर करके विजय माल्या, नीरव मोदी और केतन पारिख की कुल कमाई से भी ज्यादा पैसा कमाया है. अमेरिका की इस ट्रेडिंग कंपनी ने अकेले 2024 में 25000 करोड़ रुपये की कमाई हेरफेर करके की है.
सेबी ने अमेरिका की ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट को लेकर कुछ दिन पहले ही खुलासा किया था और उससे 4,800 करोड़ रुपये जब्त किए थे. लेकिन अब SEBI टिपस्टर का दावा है कि Jane Street ने हेरफेर करके, जो पैसा कमाया है… वह बहुत ज्यादा है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
UE बेस्ड हेज फंड के अध्यक्ष और विनियामकों को सबसे पहले सचेत करने वाले व्हिसलब्लोअर मयंक बंसल ने बिजनेस टुडे टीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि जेन स्ट्रीट ने एक्सपायरी-डे ट्रेड में हेरफेर करके विजय माल्या, नीरव मोदी और केतन पारिख की कुल कमाई से भी ज्यादा पैसा कमाया है. अमेरिका की इस ट्रेडिंग कंपनी ने अकेले 2024 में 25000 करोड़ रुपये की कमाई हेरफेर करके की है.
जेन स्ट्रीट ने कमाए 36,500 करोड़
बंसल ने खुलासा किया कि 4,800 करोड़ तो केवल एक छोटी सी रकम है, जो जुलाई 2023 से शुरू होने वाली दो साल की अवधि के केवल 21 कारोबारी दिनों के सेबी की जांच पर आधारित है. उनका अनुमान है कि इस अवधि में जेन स्ट्रीट का कुल लाभ 36,500 करोड़ रुपये है और वास्तव में यह सब अवैध तरीके से कमाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि जेन स्ट्रीट का 2024 का 3 अरब रुपये का मुनाफा, उसके निकटतम प्रतिद्वंदी की ₹320-360 मिलियन की कमाई से कहीं ज्यादा है, जो नौ गुना का अंतर है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने आगे कहा कि जेन स्ट्रीट वह नहीं कर रही है जो वह आमतौर पर करती है. इसने स्टॉक और इंडेक्स को मैनुप्लेट करके पैसा बनाया है.
कैसे कंपनी ने किया हेरफेर?
बंसल ने इस हेरफेर को समझाने के लिए Two Step हेरफेर के बारे में बताया. पहला- कंपनी ने इंडेक्स को कंट्रोल करने के लिए कैश और फ्यूचर में भारी मात्रा में पोजीशन लीं. जिस कारण वह एक्सपायरी के दिनों में पूरे इंडेक्स को कंट्रोल करती थी. एक बार जब इंडेक्स ऊपर चला जाता था तो जेन स्ट्रीट ने शॉर्ट ऑप्शन पोजीशन- लॉन्ग पुट और शॉर्ट कॉल… पोजीशन लीं और फिर अपने कैश होल्डिंग्स को बेच दिया. कॉल लेने से उसे थोड़ा नुकसान तो होता था, लेकिन लॉन्ग टर्म पुट से वह बड़ा मुनाफा बनाती थी. बंसल ने बताया कि इससे कंपनी ने करीब 7000 करोड़ का जानबूझकर नुकसान कमाया, जिसकी भरपाई कहीं ज्यादा बड़े ऑप्शन से की और तगड़ा लाभ कमाया.
बंसल ने कहा कि जब उन्होंने अनुचित… कीमतों पर खरीदारी की, तो उन्होंने भारी मात्रा में पैसा कमाया. यह हेराफेरी हर एक्सपायरी वाले दिन कई इंडेक्स – Bank Nifty, निफ्टी, Sensex और मिडकैप में देखने को मिली
SEBI की कार्रवाई
3 जुलाई को सेबी ने जेन स्ट्रीट को भारत में कारोबार करने से रोकने के लिए एक अंतरिम आदेश जारी किया, जिसमें ‘इंट्रा-डे इंडेक्स हेरफेर’ में उसके शामिल होना बताया गया. नियामक ने करीब ₹4,844 करोड़ की कथित अवैध आय जब्त की और धनराशि को एक एस्क्रो अकाउंट में जमा करने का आदेश दिया. सेबी के 105 पन्नों के आदेश में जेन स्ट्रीट पर आक्रामक कैश और फ्यूचर खरीद के जरिए Bank Nifty को बढ़ाने, फिर विकल्पों के जरिए इंडेक्स को शॉर्ट करने और खुदरा निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है.
सेबी के आदेश को चुनौती देगा जेन स्ट्रीट
नियामक अब अन्य इंडेक्स पर भी अपनी जांच का विस्तार कर रहा है, उसने डेरिवेटिव्स पर निगरानी कड़ी कर दी है और रिटेल निवेशकों की सुरक्षा के लिए एक्सपायरी कॉन्ट्रैक्ट और लॉट साइज पर लिमिटेशन अनिवार्य कर दी हैं. वहीं जेन स्ट्रीट ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है और अपनी रणनीति को ‘बेसिक आर्बिट्रेज’ बताया है और 21 दिनों के भीतर आदेश को चुनौती देने की योजना बनाई है.