धर्मांतरण का आरोपी छांगुर बाबा के एक से एक किस्से खुलते जा रहे हैं. अब उसकी पहचान एक ऐसे शातिर धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड की बन चुकी है, जिसने न केवल हजारों महिलाओं को शिकार बनाया, बल्कि एक संगठित इस्लामी दावा नेटवर्क को खड़ा करने की गहरी साजिश भी रच डाली. छांगुर बाबा और उसकी करीबी नीतू रोहरा उर्फ नसरीन को 7 दिन की रिमांड पर एटीएस के हवाले कर दिया है. इस दौरान सभी प्रमुख खुफिया एजेंसियां छांगुर के नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की परतें खोलने की तैयारी में जुटी हैं.
ये महिलाएं थी टारगेट पर
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
एटीएस को मिली जानकारी के मुताबिक छांगुर ने लगभग डेढ़ हजार महिलाओं और लड़कियों का धर्मांतरण करा चुका है. इनमें निसंतान, विधवा, परित्यक्ता, और मानसिक रूप से कमजोर महिलाएं शामिल थीं. वह पहले इन्हें आश्रय, चमत्कार और इलाज के नाम पर फंसाता था, फिर धीरे-धीरे इनका ब्रेनवॉश करता था और अंततः धर्म बदलने को मजबूर कर देता था. अब भी कई ऐसे लोग हैं जो उसे ‘पीर’, ‘रूहानी बाबा’ और ‘मसीहा’ मानते हैं, और एटीएस के खुलासों के बावजूद उसके खिलाफ बोलने को तैयार नहीं हैं.
दो साल पहले भी हुआ था रिश्तेदरों पर केस
पुलिस और एटीएस सूत्रों की मानें तो वह भारत-नेपाल सीमा पर ‘दावा केंद्र’ बनाने की पूरी योजना पर काम कर चुका था. इसके लिए विदेशों से फंडिंग भी आनी शुरू हो गई थी. यही नहीं, उसकी अगुवाई में कुछ अनुयायियों और रिश्तेदारों ने भी कई शहरों में इस्लाम अपनाने के सार्वजनिक कार्यक्रम शुरू कर दिए थे. दो साल पहले आजमगढ़ में उसके कुछ रिश्तेदारों पर अवैध धर्मांतरण कराने का केस भी दर्ज हुआ था.
बलरामपुर स्थित छांगुर बाबा की जिस कोठी को जमींदोज किया गया वह किसी महल से कम नहीं थी. अधिकारी जब जांच के लिए पहुंचे, तो वहां मिले सामानों ने सबको चौंका दिया. इसमें उर्दू में पैक किए गए डेली यूज़ प्रोडक्ट्स भी मिले हैं. यही नहीं दुबई से मंगाए गए स्पेनिश तेल और शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाली दवाइयों के साथ विदेशी डिटर्जेंट, इत्र, खाने-पीने की चीजें भी मिलीं हैं.
सीसीटीवी से चलता था पूरा ऑपरेशन
कोठी के अंदर ही एक गुप्त कंट्रोल रूम मिला, जिससे पूरे घर के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की जाती थी. बाबा का बेडरूम भी एक तरह से ऑपरेशन रूम था, जहां अंदर जाने वाले हर व्यक्ति की रिकॉर्डिंग होती थी. एटीएस को उसके कमरे में से कुछ संवेदनशील कागजात भी बरामद हुए हैं.
नेटवर्क के तार मुंबई और दुबई तक
सूत्रों के अनुसार छांगुर बाबा का नेटवर्क महाराष्ट्र और दुबई तक फैला हुआ है. नवीन वोहरा और नीतू रोहरा उर्फ नसरीन उसके पहले शिकार थे, जिनके माध्यम से उसने धर्मांतरण के इस नेटवर्क की नींव डाली थी. एटीएस को शक है कि छांगुर बाबा का सबसे करीबी सहयोगी मोहम्मद अहमद खान उसके फाइनेंशियल डीलिंग्स का मुख्य सूत्रधार रहा है.
बता दें कि छांगुर बाबा को उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के साथ बीते शनिवार को एटीएस ने गिरफ्तार किया था. दोनों बलरामपुर के मधपुर के रहने वाले हैं. छांगुर बाबा के खिलाफ पहले से गैर जमानती वारंट जारी था और उस पर 50,000 का इनाम घोषित था. दोनों को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद रिमांड पर लेकर लखनऊ जिला जेल भेजा गया था. इससे पहले, इसी केस में 8 अप्रैल को दो और आरोपियों जमालुद्दीन और जलालुद्दीन के बेटे महबूब को गिरफ्तार किया जा चुका है. दोनों बलरामपुर के रहने वाले हैं और फिलहाल लखनऊ जिला जेल में बंद हैं.
सीएम योगी बोले- जल्लाद को किया गिरफ्तार
छांगुर पर सीएम योगी ने बुधवार को आजमगढ़ में एक जनसभा में कहा कि अभी आपने देखा होगा कि कैसे बलरामपुर में समाज विरोधी, राष्ट्रद्रोही कार्यो में लिप्त तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की गई. आपने देखा होगा कैसे एक जल्लाद को हमने गिरफ्तार किया, जो हिंदू बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता था, उनकी सौदेबाजी करता था. सीएम योगी ने धर्मांतरण मामले में बोलते हुए आगे कहा कि अब ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्ती की जा रही है. हम समाज को टूटने नहीं देंगे. राष्ट्र विरोधी, समाज विरोधी तत्वों को चकनाचूर कर के रहेंगे. कानून के तहत इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे. साथ ही धरती माता की रक्षा भी करेंगे.