7 साल से 12 साल तक के बच्चों ने बनाया गैंग, टेस्टी खाने के लिए चोरी करते थे साइकिल… पुलिस ने किया खुलासा

महाराष्ट्र के नागपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां साइकिल चुराने वाले बच्चों का एक पूरा गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने चार बच्चों को हिरासत में लिया है और उनकी कहानी सुनकर खुद भी हैरान है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह का सबसे बड़ा सदस्य 12 साल का है, जबकि सबसे छोटा सदस्य सात साल का है.

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बच्चों के इस गिरोह के खिलाफ ये एक्शन बेलतरोड़ी थाने की टीम ने की है. इस थाना क्षेत्र के रहने वाले आशीष उमाटे ने अपने बेटे के लिए एक साइकिल खरीदी थी, जो चोरी हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जांच के दौरान, पुलिस ने सात साल के एक बच्चे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. उसने जो जानकारी दी, उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई.

कहानियां बताकर बेचते थे साइकिल

बच्चे ने पूछताछ में बताया कि उसके साथ के तीन-चार और दोस्त उसी स्कूल में पढ़ते हैं. सभी बच्चे गरीब परिवारों से हैं, कुछ के माता-पिता नहीं हैं, जबकि कुछ रिश्तेदारों के यहां पढ़ाई कर रहे हैं. ये बच्चे साइकिल चोरी करके सस्ते दामों पर बेच देते थे. वह जिसे साइकिल बेचते उनसे अलग-अलग कहानियां बनाकर बताते थे. कभी वह ये कहकर साइकिल बेचते थे कि उनकी मां की तबियत खराब हो गई है, तो कभी उनके दादा या भाई अस्पताल में भर्ती हैं. एक बार तो उनमें से एक ने पढ़ाई की किताबें खरीदने के लिए पैसे न होने का बहाना बनाकर एक साइकिल पांच सौ रुपये में बेच दी थी.

बच्चों को काउंसलिंग सेंटर भेजा गया

बच्चों का कहना है कि उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता था. इसलिए वह अक्सर स्कूल से भाग जाते थे. घूमते-घूमते वह अलग-अलग होटलों के पास पहुंच जाते थे और वहां का खाना देखकर उन्हें उस खाने को खाने का मन करता था. पैसे न होने की वजह से वह गलत रास्ता अपना रहे थे. साइकिल चुराने लगे. अब इन बच्चों को काउंसलिंग सेंटर भेजा गया है. इस तरह टेस्टी खाना खाने के लिए बच्चे साइकिल चुराकर बेच रहे थे.

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