कुरुद परिषद की बैठक में गरमाया सदन, पालिका भवन बनाने स्थल चयन को लेकर पक्ष-विपक्ष में हुई जमकर बहस

कुरुद: नगर पंचायत कुरुद की परिषद की द्वितीय बैठक गुरुवार को नपं सभागार में अध्यक्ष ज्योति भानु चंद्राकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में नगर के समग्र विकास को लेकर 20 प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें से 2 बिंदुओं पर विपक्ष की आपत्ति सामने आई. पुनः विचार के बाद एक बिंदु पर पूर्व निर्णय को ही सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया, वहीं कुरुद को नगर पालिका बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण सहमति बनी.

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बैठक में नगर पंचायत भवन निर्माण को लेकर भी सहमति बनी. प्रस्तावित स्थानों के निरीक्षण के बाद अधिकांश पार्षदों ने मंडी के समीप 3 एकड़ भूमि को उपयुक्त माना. अध्यक्ष द्वारा चन्द्राकर भवन के सामने भवन निर्माण का प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया गया था, लेकिन मतभेद की स्थिति को देखते हुए निरीक्षण के बाद नई मंडी क्षेत्र में ही भवन निर्माण का निर्णय लिया गया. सीएमओ को इसी स्थान पर निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए.

10 एमएलडी फिल्टर प्लांट, पेयजल व मूलभूत सुविधाओं पर जोर

बैठक में नगर व समीपवर्ती क्षेत्रों के लिए 10 एमएलडी क्षमता के फिल्टर प्लांट की स्थापना के लिए प्रस्ताव पारित किया गया. इसके माध्यम से कुरुद, चर्रा रोड व अन्य शासकीय भवनों में पेयजल सुविधा सुलभ होगी. साथ ही भखारा, मगरलोड जैसे नगरों में भी पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया. तालाब सफाई के लिए बड़ी मशीनें खरीदने, बालाजी कॉलोनी के बंधक प्लाट की नीलामी कर विकास कार्य कराने, अमृत बिहार सहित अन्य अवैध कॉलोनियों में शासन की गाइडलाइन के अनुसार समझौता शुल्क निर्धारित कर मूलभूत सुविधाएं देने का निर्णय लिया गया. वहीं, नामांतरण व जाति सत्यापन जैसे नागरिक हित के मुद्दों पर भी सर्वसम्मति से निर्णय हुआ.

विवादास्पद निर्णय पर गरमाया सदन

भरदा चौक स्थित मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत निर्मित दुकानों को लेकर पूर्व में लिए गए निर्णय के विपरीत कार्रवाई पर विपक्ष ने आपत्ति दर्ज की. नेता प्रतिपक्ष डूमेश साहू व वरिष्ठ पार्षद मनीष साहू ने आरोप लगाया कि दुकानों को मरम्मत कर किराये पर देने का निर्णय बिना हितधारकों की सहमति के लिया गया, जो सदन की गरिमा के विपरीत है. इस पर सभी कांग्रेसी पार्षदों ने गंभीर आपत्ति जताई. बाद में सहमति से यह तय हुआ कि दुकानदारों व मटन विक्रेताओं से सहमति के बाद ही व्यवस्थापन किया जाएगा. साथ ही उपाध्यक्ष देवव्रत साहू व पूर्व उपाध्यक्ष मंजू प्रमोद साहू ने विकास कार्यों में ठेकेदारों द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं पर चिंता जताई. रेन वाटर हार्वेस्टिंग के पूर्व स्वीकृत कार्यों की जांच कराने और नगर की अन्य समस्याओं पर ध्यान देने की मांग की गई.

नगर विकास से जुड़े अधिकांश मुद्दों पर सर्वसम्मति बनी- नपं अध्यक्ष

नपं अध्यक्ष ज्योति भानु चंद्राकर ने कहा कि नगर विकास से जुड़े अधिकांश मुद्दों पर सर्वसम्मति बनी, यह स्वागत योग्य है. एक-दो विषयों पर विपक्ष की असहमति रही जिसे पुनः विचार में लाया गया. हमारा नगर पूरे संभाग में बड़ा और सुविधायुक्त है, हम शीघ्र ही नगर पालिका का दर्जा प्राप्त करेंगे. मैं उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व सभी पार्षदों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त करती हूं.

बैठक में अध्यक्ष ज्योति भानु चंद्राकर, उपाध्यक्ष देवव्रत साहू, विधायक प्रतिनिधि भानु चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष डूमेश साहू, सभापति मिथलेश बैस, महेंद्र गायकवाड़, सितेश सिन्हा, राजकुमारी ध्रुव, पूर्व उपाध्यक्ष मंजू साहू, मनीष साहू, उत्तम साहू, उर्वशी चंद्राकर, रवि मानिकपुरी, कविता चंद्राकर, अर्जुन ध्रुव, राखी यमुना चंद्राकर सहित मुख्य नगर पालिका अधिकारी गुप्ता, इंजीनियर सिन्हा, लेखापाल एवं सभी विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे.

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