सितंबर में होने वाले एशिया कप 2025 पर संकट के बादल और ज्यादा मंडराने लगे हैं. अब इस टूर्नामेंट के रद्द होने की संभावना जताई जा रही है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और श्रीलंका क्रिकेट ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 24 जुलाई को ढाका में होने वाली एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया है. टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों बोर्ड ने ये फैसला ऐसे समय लिया है, जब छह देशों के इस टूर्नामेंट के शुरू होने में दो महीने से भी कम दिन बचे हैं. हालांकि ACC ने पुष्टि की है कि बैठक योजना के अनुसार होगी, लेकिन भारत और श्रीलंका की अनुपस्थिति इस टूर्नामेंट के फ्यूचर को खतरे में डाल रही है.
क्या है बैठक में हिस्सा न लेने की वजह?
इस बार एशिया कप T20 फॉर्मेट में खेला जाना है. 5 सितंबर से इस टूर्नामेंट की शुरुआत हो सकती है, लेकिन इससे पहले 24 जुलाई को ढाका में होने वाली ACC की मीटिंग में BCCI और श्रीलंका क्रिकेट के हिस्सा न लेने से इस टूर्नामेंट के होने पर सवालिया निशान लग रहे हैं. BCCI ने ACC की मीटिंग ढाका में होने पर आपत्ति जताई है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी वर्तमान में ACC के अध्यक्ष हैं.
BCCI ने हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को भारत के बांग्लादेश दौरे को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने के लिए मना लिया था. ये दौरा अगस्त में होने वाला था, लेकिन ACC ने अपनी बैठक ढाका में आयोजित कर दिया, जिससे BCCI खुश नहीं है, क्योंकि बांग्लादेश के राजनीतिक हालत इस समय ठीक नहीं है.
ACC ने क्या कहा?
रिपोर्टों के अनुसार, एशिया कप की मेजबानी को लेकर BCCI की चुप्पी के कारण प्रायोजक और प्रसारणकर्ता असमंजस में हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) एक हाइब्रिड मॉडल पर सहमत हुआ है, जिसके तहत पाकिस्तान किसी भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत से किसी दूसरे देश में मैच खेलेगा. यह जानने के लिए कि क्या भारत अभी भी टूर्नामेंट की मेजबानी करने की योजना बना रहा है? ACC ने BCCI से औपचारिक रूप से पूछताछ की है.
ACC के एक अधिकारी ने बताया कि हमने सभी सदस्य देशों को अपनी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए 15 दिनों का समय दिया है. अगर कोई सदस्य देश व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं होना चाहता है, तो ऑनलाइन तरीके से इसमें हिस्सा ले सकता है, लेकिन बैठक ढाका में ही होगी. हालांकि भारत और श्रीलंका ने इसमें रूचि नहीं दिखाई है. संयोग से BCCI और श्रीलंका क्रिकेट अगस्त में सीमित ओवरों की सीरीज आयोजित करने की योजना बना रहे हैं.
BCCI ने क्या कहा?
BCCI के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने ACC को अपने अधिकारियों को ढाका भेजने से मना कर दिया है. ACC द्वारा में ढाका में ये महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करना सही नहीं है, क्योंकि बांग्लादेश के राजनीतिक हालत इस समय ठीक नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक अगर एशिया कप स्थगित होता है तो BCCI एक दूसरी सीरीज आयोजित करने पर विचार कर रहा है. एशिया कप का आयोजन 5 सितंबर से यूएई में होने की संभावना है. खबर आ रही है श्रीलंका और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उस दौरान भारत से क्रिकेट खेलने की उत्सुकता जताई है.
एशिया कप से हट सकता है BCCI
अधिकारी ने कहा कि BCCI को तीन-चार बोर्ड से प्रस्ताव मिले हैं. हम इस पर विचार कर रहे हैं. बोर्ड नहीं चाहेगा कि भारतीय टीम दो-तीन महीने तक खाली बैठी रहे. हालांकि BCCI को एशिया कप की मेजबानी के अधिकार बरकरार रखने की उम्मीद है, लेकिन वो T20 फार्मेट में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट की तैयारियों को अंतिम रूप देने से पहले सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है. अधिकारी ने कहा कि सरकार ने इस साल पाकिस्तानी हॉकी टीमों की मेजबानी को हरी झंडी दे दी है, लेकिन क्रिकेट एक अलग मामला है. अगर ACC ध्यान नहीं देती है तो BCCI एशिया कप से भी हट सकता है.