बैकुंठपुर: हादसे में मौत के बाद परिजनों का हंगामा, शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन, मुआवजा और नौकरी की मांग

कोरिया : बैकुंठपुर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर पांडवपारा में भीषण हादसा हुआ.जिसमें एक युवक की मौत हो गई .युवक की मौत के बाद रहवासियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. रहवासियों और मृतक के परिजनों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. इस दौरान परिजनों ने मुआवजे की मांग की.

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कोल परिवहन कर रहे ट्रक से हादसा : पांडवपारा स्थित एसईसीएल के मुख्य गेट के सामने स्कूटी सवार युवक संदीप ग्वाले कोल परिवहन कर रहे ट्रक की चपेट में आ गया.जिससे उसकी हादसे में मौत हो गई.हादसे के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और मुआवजा मांगा.

नौकरी और मुआवजे की मांग : परिजनों की मांग है कि मृतक के परिवार को उचित आर्थिक सहायता दी जाए और मृतक के बेटे को नौकरी मिले, ताकि परिवार का भरण-पोषण हो सके.परिजनों ने स्पष्ट किया कि जब तक एसईसीएल का कोई उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचकर लिखित आश्वासन नहीं देता, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.

मृतक की पत्नी के मुताबिक घटना के समय वो मौके पर नहीं थी. जब पहुंची तो देखा कि संदीप खून से लथपथ पड़ा है. पैर फटा हुआ था. आसपास एसईसीएल के अधिकारी मौजूद थे, लेकिन किसी ने उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया.

मैं उसे खुद उठाकर एंबुलेंस से अस्पताल ले गई.लेकिन रास्ते में ही संदीप ने दम तोड़ दिया. मेरे दो छोटे बच्चे हैं, जो बाहर पढ़ाई कर रहे हैं. अब न घर में कमाने वाला है, न बच्चों को पढ़ाने वाला – बबीता ग्वाले, मृतक की पत्नी

प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी नदारद : रिया ग्वाले ने बताया कि हम तीन घंटे से यहां बैठे हैं, लेकिन प्रबंधन का कोई भी अधिकारी अब तक हमसे बात करने नहीं आया. विधायक जी ने कहा कि पांच लाख रुपये देंगे, लेकिन हम चाहते हैं कि एसईसीएल का कोई जिम्मेदार अधिकारी आकर हमें लिखित में आश्वासन दें.

पापा अब रहे नहीं, मम्मी को अगर कोई नौकरी मिलती भी है तो हमारी पढ़ाई और जिम्मेदारियों का क्या? हमारी मांग है कि हम भाई-बहनों को भविष्य की सुरक्षा दी जाए- रिया ग्वाले, मृतक की बेटी

स्थानीय विधायक ने दिया आश्वासन : घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय विधायक भैया लाल राजवाड़े ने परिजनों को समझाने की कोशिश की. उन्होंने मुख्यमंत्री से सहानुभूतिपूर्वक बातचीत कर पांच लाख रुपए की सहायता की घोषणा की. स्थानीय विधायक भैया लाल राजवाड़े ने कहा कि वो खुद अस्पताल गए थे. हमने कलेक्टर और स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी.मुख्यमंत्री जी से बात कर पांच लाख रुपए की सहानुभूति राशि स्वीकृत करवाई गई है. दो लाख का चेक दे चुके हैं, तीन लाख और दे देंगे. इसके अलावा डीएवी स्कूल में बबीता ग्वाले को काम दिलवाने की बात हो चुकी है और बेटे को भी रोजगार दिलाने की कोशिश जारी है.

यदि एसईसीएल नौकरी नहीं देता तो जेम्स कंपनी या अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा. मैं लिखकर देने को भी तैयार हूं कि यह हमारी जिम्मेदारी है. लेकिन अब यह कहना कि हम नहीं मानेंगे, शव नहीं उठाएंगे, यह उचित नहीं है- भैयालाल राजवाड़े, विधायक

आपको बता दें कि परिजनों का आरोप है कि सड़क दुर्घटना होने के बावजूद एसईसीएल प्रबंधन पूरी तरह से चुप है.कहीं से कोई अधिकारी अब तक बात करने तक नहीं आया. क्या एसईसीएल की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती? क्या जान की कीमत सिर्फ सड़क दुर्घटना बताकर खत्म की जा सकती है. इस दौरान धरना स्थल पर तनावपूर्ण स्थिति बनी रही. शव को अंतिम संस्कार के लिए तब तक नहीं ले जाया गया, जब तक कि प्रबंधन की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं मिला. पुलिस बल मौके पर तैनात रहा, लेकिन प्रदर्शनकारी डटे रहे. वहीं प्रशासन ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों को ये आश्वासन दिया है कि जो भी बातें कही गई हैं वो पूरी की जाएगी.

 

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