सावन में ‘छोटी काशी’ पहुंचने के लिए बनाए गए सात मार्ग, भीड़ के चलते इस दिन बंद रहेंगे स्कूल

लखीमपुर खीरी  :  छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ का विशेष धार्मिक महत्व है.सावन में यहां के प्राचीन मंदिर में कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ती है.इसको लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं.

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भगवान भोलेनाथ की आराधना के प्रति समर्पित सावन माह शुक्रवार से शुरू हो गया.लखीमपुर खीरी जिले में छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्णनाथ का विशेष धार्मिक महत्व है.सावन में यहां कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ती है.इसको देखते हुए सावन के चारों सोमवार को नगर क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.यहां पहुंचने के लिए सात प्रमुख मार्ग बनाए गए हैं.

 

गोला में शिव मंदिर कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। इसके चलते शिव मंदिर के पुराने मुख्य मार्ग को सावन के प्रत्येक सोमवार एवं विशेष तिथियों पर बंद रखने की योजना तय हुई है। इससे इस मार्ग के सैकड़ों दुकानदार मायूस हैं.गोकर्ण तीर्थ को चारों ओर टिन की चादर की बाड़ लगा दी गई है.शिव मंदिर की ओर बाड़ के पीछे ऊबड़-खाबड़ सीढ़ियों को ठीक करके पंडा-पुरोहितों ने अपने घाट बना तो लिए हैं, लेकिन उनका कहना है कि प्रशासन ने तीर्थ पर आने के लिए कोई निश्चित मार्ग नहीं छोड़ा है.

प्रशासन ने मुकम्मल तैयारी का दावा करते हुए शिव मंदिर के नए मुख्य मार्ग पर महिला, पुरुष श्रद्धालु एवं डाक कांवड़ के लिए अलग-अलग दीर्घा बनाई है.साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पूरे शहर को दो जोन के अंतर्गत छह सेक्टर में बांटा है.एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, मेला प्रभारी एसडीएम युगांतर त्रिपाठी और तहसीलदार भीमचंद ने भ्रमण कर तैयारियों की समीक्षा की.

गोला पहुंचने के हैं सात प्रमुख मार्ग 

बहराइच दिशा से बहराइच-सिसैया-लखीमपुर- मनिकापुर तिराहा-फरधान-गोला.

खीरी टाउन की तरफ से लहरपुर खीरी टाउन- राजापुर चौराहा- मनिकापुर तिराहा- फरधान-गोला.

सीतापुर की ओर से- लखनऊ- सीतापुर-हरगांव- एलआरपी चौराहा- मनिकापुर तिराहा-फरधान-गोला.

शारदानगर की दिशा से आने वाले वाहन फूलबेहड़, शारदानगर महेवागंज-संधरी-लालपुर बैरियर-मनिकापुर तिराहा-फरधान-गोला।

मोहम्मदी की दिशा से- शाहजहांपुर-मोहम्मदी-हैदराबाद-गोला.

खुटार की दिशा से- पीलीभीत-खुटार-गोला.

पलिया-भीरा-बिजुआ-अलीगंज-गोला

मैलानी- खुटार-गोला.

क्या बोलती है जनता 

घाट गोकर्ण तीर्थ के प्रभाकर लाल शास्त्री ने बताया कि भगवान शिव के मंदिर के साथ गोकर्ण तीर्थ भी जुड़ा है। सावन से पहले तीर्थ की भी तैयारी हो जानी चाहिए थी। जो प्रशासन ने नहीं कीं। पंडित दीनानाथ ने कहा कि छोटी काशी में सावन का विशेष महत्व है। तीर्थ अस्त-व्यस्त पड़ा है। कुंड में बरसात का गंदा जल भरा है। सावन में शिव भक्तों को दिक्कत होगी।

 

छोटी काशी पंडा कल्याण समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कहा कि तीर्थ को चारों ओर से टिन की चादर लगाकर बंद कर दिया गया है। तीर्थ पर आने के लिए कोई निश्चित रास्ता नहीं दिया गया है। ऐसे में पंडा पुरोहितों के घाट पर श्रद्धालुओं का पहुंचना मुश्किल होगा.

अधिकारियों का दावा पूरी है तैयारियां नहीं होंगी कोई दिक्कत 

एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि सावन को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गईं हैं.श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुगम दर्शन के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। स्वयं भ्रमणकर तैयारियों की समीक्षा की है.जिले से अलग-अलग प्वाइंट पर अधिकारियों की तैनाती की गई. सावन के चारों सोमवार को नगर क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.

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