शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ पर FIR, खाने को खराब बताकर कैंटीन कर्मचारी को मारे थे थप्पड़

महाराष्ट्र विधानसभा के आकाशवाणी एमएलए हॉस्टल में एक कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ और घूंसे मारने वाले शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है. मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में संजय गायकवाड के खिलाफ BNS की धारा 352, 115(2) के तहत मामला दर्ज हुआ है. सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ने घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए शिवसेना विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में, गायकवाड़ खाने की खराब क्वालिटी को लेकर कैंटीन के कर्मचारियों को डांटते हुए दिखाई दे रहे हैं. वह कैंटीन कर्मचारियों को दाल का पैकेट सुंघाते हैं और फिर कॉन्ट्रैक्टर को थप्पड़ और घूंसे मारते हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद इंटरनेट यूजर्स विधायक पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस घटना की सरकार और विपक्ष, दोनों ने तीखी निंदा की.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस तरह का व्यवहार निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने के बारे में गलत संदेश देता है और उन्होंने पुलिस को औपचारिक शिकायत का इंतजार किए बिना कार्रवाई करने का निर्देश दिया. डिप्टी सीएम और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने संजय गायकवाड़ को उनके आचरण के लिए फटकार लगाई है. शिंदे ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि उन्हें शिकायत दर्ज कराने जैसे कानूनी उपाय अपनाने चाहिए थे. उन्होंने जो किया वह गलत था. इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता, भले ही उन्हें खाने से परेशानी हुई हो.’

इससे पहले, गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा था कि विधायक संजय गायकवाड़ के खिलाफ किसी ने शिकायत नहीं दर्ज कराई है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती. हालांकि, बाद में पुलिस ने अपनी मर्जी से कार्रवाई की. इस बीच, महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने निरीक्षण के बाद कैंटीन कॉन्ट्रैक्टर का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है, जिसमें खाद्य सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन पाया गया. अपने कृत्य पर कोई खेद व्यक्त किए बिना, संजय गायकवाड़ ने पत्रकारों से बात करते हुए अपना बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘मैं छह साल से एमएलए हॉस्टल में रह रहा हूं. पहले भी खाने में छिपकलियां और चूहे पाए गए थे.’

अपनी आक्रामकता को सही ठहराने के लिए उन्होंने शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विरासत का हवाला दिया. संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘अगर किसी को लोकतंत्र की भाषा समझ नहीं आती, तो यह मेरी भाषा है. मैं एक योद्धा हूं.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि जरूरत पड़ने पर वह दोबारा ऐसा ही करेंगे. इससे पहले गायकवाड़ ने गुरुवार को दक्षिण भारतीयों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करके नया विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने महाराष्ट्र में साउथ इंडियंस को फूड सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने पर सवाल खड़े किए थे.

मीडिया से बात करते हुए बुलढाणा विधायक ने दक्षिण भारतीय उपनाम वाले एक फूड कॉन्ट्रैक्टर पर आपत्ति जताते हुए कहा, ‘शेट्टी उपनाम वाले ठेकेदार को ठेका क्यों दिया गया? किसी मराठी व्यक्ति को दे दो. वे जानते हैं कि हम क्या खाते हैं और हमें अच्छी गुणवत्ता वाला खाना देंगे.’ उन्होंने दक्षिण भारतीय समुदाय के बारे में भड़काऊ टिप्पणी करते हुए आगे कहा, ‘दक्षिण भारतीय डांस बार, लेडीज बार चलाते हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति को खराब करते हैं. उन्होंने हमारे बच्चों को भ्रष्ट कर दिया है. वे अच्छा खाना कैसे परोसेंगे?’

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