उज्जैन। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की है कि मध्यप्रदेश में सरकारी विभागों के एक लाख पदों की भर्ती एक समान परीक्षा से होगी। यूपीएससी की तर्ज पर एक कामन एग्जाम के जरिए चार-पांच श्रेणियों के पदों को भरा जाएगा, जिससे समय बचेगा और युवाओं को एकीकृत अवसर मिलेंगे।
यह पहल भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति लाने की दिशा में मील का पत्थर होगी।मुख्यमंत्री शुक्रवार को अपने गृह नगर उज्जैन में प्रतिकल्पा काम्प्लेक्स, शिप्रा विहार वाणिज्यिक केंद्र और एमआर-11 रोड़ जनता को समर्पित कर रहे थे।
उन्होंने 371 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कर शहरीकरण के भविष्य का रोडमैप प्रस्तुत किया। यह आयोजन केवल उज्जैन नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आधुनिक, समावेशी और नागरिक सुविधाओं से युक्त नगरीय माडल की दिशा में बड़ा कदम माना गया।
माता मंदिरों का होगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने हरसिद्धि शक्तिपीठ और भूखी माता मंदिर परिसर के विस्तार का विस्तार करने की घोषणा भी की। कहा कि 850 करोड़ से इंदौर-उज्जैन मेट्रो परियोजना धरातल पर उतरना है। प्रदेश सरकार से केंद्र सरकार को फाइल योजना स्वीकृति के लिए भेज दी है। उन्होंने दुबई और स्पेन यात्रा के जरिए नए औद्योगिक निवेश को लाने का भरोसा भी जताया।
स्मार्ट सड़क और ट्रैफिक समाधान
16 करोड़ रुपये से विकसित एमआर-11 स्मार्ट रोड उज्जैन के इंदौर और देवास रोड को जोड़ने वाला एक वैकल्पिक कारिडोर है। 1.7 किमी लंबी और 45 मीटर चौड़ी यह सड़क हरियाली, स्ट्रीट लाइटिंग और सेंट्रल डिवाइडर जैसी सुविधाओं से सुसज्जित है। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
शैक्षणिक अधोसंरचना में ऐतिहासिक निवेश
मुख्यमंत्री ने विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में 49.20 करोड़ रुपये से बनने वाली विभिन्न अध्ययनशालाओं, स्किल लैब्स, हास्टल और कम्प्यूटर भवनों का भूमि पूजन किया। इससे उज्जैन में विज्ञान, तकनीक और कृषि शिक्षा को मजबूती मिलेगी। साथ ही माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय और कालिदास कन्या महाविद्यालय में बने नए प्रयोगशालाओं, अतिरिक्त कक्षों और छात्रावासों का भी लोकार्पण किया गया, जो छात्राओं के लिए बड़ी सौगात है।