लखीमपुर खीरी: करसौर गांव में शारदा नदी लगातार कटान कर रही है, जिससे ग्रामीण भयभीत है. नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर ने छह मकानों को पूरी तरह निगल लिया है. इससे छह परिवार बेघर हो गए हैं.
लखीमपुर खीरी जिले के विकास खंड बिजुआ क्षेत्र में शारदा नदी का कटान तबाही मचा रही है। करसौर गांव में नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर ने छह घरों को पूरी तरह निगल लिया है। करसौर गांव में पिछले करीब 15 दिन से शारदा नदी कटान कर रही है. कटान करती हुई नदी तेजी से आबादी की ओर बढ़ रही है. चंद्रिका और मुकेश का पक्का मकान नदी में समा गया. इससे पहले भी गांव में चार लोगों के घर नदी में समा चुके हैं.
कटान से कई एकड़ कृषि योग्य भूमि भी नदी में समा गई है. कई मकान भी नदी की जद में आ गए हैं. इससे ग्रामीण अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। यहां के निवासी ओमप्रकाश, कमलेश, सोनू, मुकेश, चंद्रिका और शिवकुमार के घर नदी में कट चुके हैं. भीषण कटान को लेकर ग्रामीणों में भय है. क्षेत्रीय लेखपाल राजीव वर्मा मौके पर मौजूद रहकर स्थिति की जानकारी तहसील प्रशासन को दे रहे हैं.
घोसियाना में एक और घर नदी में समाया, तीन जद में
शारदा नदी घोसियाना गांव में सप्ताह भर में दो घरों को नदी निगल चुकी है, वहीं दो घर कटान की जद में हैं. बारिश की शुरुआत में ही नदी ने सदर तहसील के जंगल नं. 11 के उत्तर घोसियाना गांव की तरफ रुख कर लिया था. गांव में कुल 14 घर हैं। ज्यादातर लोग मेहनत मजदूरी कर किसी तरह जीवन गुजार रहे हैं. नदी में उफान आने के कुछ ही दिन बाद शारदा ने भू कटान शुरू कर दिया था.
नदी में घटते, बढ़ते जलस्तर के बीच घोसियाना के निसार का पक्का आवास नदी में समा गया, जबकि पड़ोसी हसन के घर पर कटान का खतरा मंडरा रहा है. वहीं पास ही में रिजवान के भाई का आवासीय घर भी कटान की जद में है. कटान के डर से पीड़ित घर का सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. प्रधान पति तेजलाल निषाद और लेखपाल रमाकांत वर्मा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर प्रशासनिक मदद का आश्वासन दिया है.