श्रावस्ती: धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर से जुड़ी जांच इकौना क्षेत्र तक पहुंच गई है. प्रशासन ने छांगुर का लिंक तलाशने के लिए स्थानीय मदरसा जामिया नूरिया फातिमा लिल बनात में छापेमारी की और वहां रखे अभिलेख कब्जे में ले लिए हैं. बलरामपुर के उतरौला निवासी छांगुर पर हिंदू परिवारों का धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और देश विरोधी गतिविधियों का आरोप है. मामले की जांच के लिए शनिवार को एडीएम अमरेंद्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में टीम इकौना देहात के रहमान पुरवा स्थित मदरसे पर पहुंची.
मदरसा बिना मान्यता के संचालित हो रहा था, जिसमें करीब 300 छात्राएं पढ़ाई कर रही थीं. पिछले महीने मदरसे को डीएम के निर्देश पर सील कर दिया गया था. जांच के दौरान यह पता चला कि मदरसे के संचालक गुजरात के वडोदरा निवासी सैयद सिराजुद्दीन हाशमी हैं, जिनका उतरौला में छांगुर से संपर्क है. दोनों के बीच संबंधों की भी जांच जारी है.
मदरसे से तीन बैंक खातों का खुलासा हुआ है, जिनमें एक स्थानीय और दो गुजरात के खाते शामिल हैं. बैंक व ट्रेजरी अधिकारियों से इनके लेन-देन की जांच की जाएगी. डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि मदरसे के अभिलेख उर्दू में हैं, जिनका अनुवाद कर जांच की जाएगी. साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि मदरसे में पढ़ने वाली छात्राएं कहां से आई थीं और अब कहां हैं. उतरौला आने-जाने के उद्देश्य, मदरसा निर्माण के लिए धन स्रोत और किसी अन्य संदिग्ध गतिविधि में संलिप्तता की भी जांच की जाएगी.