Madhya Pradesh: रीवा में मानसून ने दस्तक दे दी है, और इसके साथ ही शहरवासियों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. जलभराव और सड़कों की बदहाली ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. खासकर, सीवर लाइन बिछाने के बाद सड़कों की मरम्मत न होने से स्थिति और भी खराब हो गई है, जिसका खामियाजा अब मोहल्ले बासियो और अन्य भारी वाहनों को भी भुगतना पड़ रहा है.
पहला मामला रीवा शहर के वार्ड 16 रविन्द्र नगर का है जहां ठेकेदार सड़क को खोदकर सीवर पाइप बिछाकर लापता हो उसमें आज दिनांक तक कंक्रीट नही की गई है, आये लोगो के वहन मिट्टी में धस रहे है.
दूसरा मामला आज जेपी मोड़ पर कई ट्रक गहरे कीचड़ में फंसे नजर आए, जिससे ट्रक मालिकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है.
ट्रक चालकों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि रीवा में उनका लगातार आना-जाना रहता है, लेकिन सीवर लाइन बिछाने के बाद से सड़कों की हालत इतनी जर्जर हो गई है कि उनके ट्रक आए दिन धंस जाते हैं। एक चालक ने बताया कि हर बार ट्रक फंसने से उन्हें 20 से 25 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है.
ट्रक चालकों ने आगे बताया कि इस वजह से ट्रकों को काफी नुकसान होता है। कभी ट्रक का पत्ता टूट जाता है, तो कभी कोई अन्य महत्वपूर्ण पार्ट क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। यह समस्या सिर्फ ट्रकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे रीवा शहर में सीवर लाइन का अधूरा काम बरसात के मौसम में एक बड़ी मुसीबत बन गया है। गड्ढेदार और कीचड़ भरी सड़कें आम लोगों के लिए भी खतरनाक साबित हो रही हैं.
शहर में सड़कों की मरम्मत और जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, और बारिश का मौसम आम जनता के लिए आफत बन गया है.
यह स्थिति नगर निगम और संबंधित ठेकेदारों की घोर लापरवाही को उजागर करती है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता है. ट्रक मालिक प्रभात शुक्ला ने बताया कि पिछले दो हफ्तों से लगातार कई ट्रक मालिकों के ट्रक इन खस्ताहाल सड़कों में फंस रहे हैं. आज उनका खुद का ट्रक भी फंस गया, जिससे काफी परेशानी हो रही है.
इस पूरे मामले पर आयुक्त सौरभ सोनवड़े ने कहा कि इस संबंध में नगर निगम के कर्मचारियों को निर्देश दे दिए गए हैं, और जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.