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योगी सरकार के मंत्री को खुलेआम गोली मारने की धमकी! बलिया से सोशल मीडिया पर सनसनी

 

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यूपी : बलिया में सोशल मीडिया पर योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर को गोली मारने की धमकी मिली है.जिसके बाद सियासी गलियारें में भूचाल आ गया है.ओमप्रकाश राजभर को ये धमकी कर्णी सेना के एक कार्यकर्ता द्वारा मिली है.जिसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने अपने ही सरकार से Z -प्लस की सुरक्षा मांगी है.

 

वही धमकी देने वाले इस मामले में करणी सेना बलिया के जिला अध्यक्ष कमलेश सिंह ने अरुण राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब ओपी राजभर के परिवार द्वारा सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है ताकि वे Z-प्लस सुरक्षा हासिल कर सकें.



गौरतलब है कि पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर को जान से मारने की धमकी मिली है.मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने  ट्वीट कर कहा कि मेरे पिता को गोली मारने की धमकी दी गई है. यह धमकी करणी सेना बलिया नाम की फेसबुक आईडी से दी गई है.ऐसे अराजक तत्वों पर तत्काल कार्यवाही की जाए. ओपी राजभर यूपी में मंत्री होने के साथ-साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.



आप को बतादे कि यह धमकी करणी सेना बलिया नाम की एक फेसबुक आईडी से दी गई है.धमकी देने वाले का नाम कमलेश सिंह बताया जा रहा है.धमकी देने वाला युवक बलिया से करनी सेना का जिला अध्यक्ष बताया जा रहा है. फिलहाल यूपी पुलिस से इस मामले की शिकायत की गई है. गौरतबल है कि कुछ दिन पहले मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी. इस मामले में हजरतगंज कोतवाली में मामले की शिकायत दर्ज करवाई गई थी. अरुण राजभर ने बताया रसड़ा थाने में धमकी देने वाले युवक के खिलाफ तहरीर दी जाएगी.



अरुण राजभर का बयान आने के बाद करणी सेना बलिया के जिला अध्यक्ष कमलेश सिंह का बयान भी सामने आया है.कमलेश सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर जिस पोस्ट को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, वह फर्जी आईडी से की गई है और उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। मेरी ओपी राजभर से कोई दुश्मनी नहीं है और न ही मैंने या मेरी संस्था ने कभी ऐसा कोई बयान दिया है. यह पूरी तरह से मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश है। यह सब ओपी राजभर के परिवार द्वारा सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है ताकि वे Z-प्लस की सुरक्षा हासिल कर सकें.

कमलेश सिंह ने दावा किया कि मैंने ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया। वह सोशल मीडिया दो आईडी ‘कमलेश सिंह’ और ‘कमलेश सिंह बिशेन’ से ही सक्रिय रहते हैं.यदि इन दोनों आईडी से कोई आपत्तिजनक पोस्ट मिला हो तो उन्हें जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, वरना उनके खिलाफ की गई एफआईआर निराधार है.

अरुण राजभर पर निशाना साधते हुए कमलेश सिंह ने कहा कि बिना जांच के उन्होंने मेरा नाम ले लिया है वह खुद ही जज बन बैठे। अगर मैं दोषी पाया गया तो एफआईआर दर्ज हो, लेकिन अगर निर्दोष निकला, तो उनके बेटे के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए साथ ही चेतावनी दी कि यदि उन्हें झूठे केस में फंसाया गया, तो वे बलिया की धरती से क्रांति का ऐलान करेंगे और ओपी राजभर के खिलाफ मानहानी का मुकदमा दर्ज करेंगे.

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