केरल के कोल्लम की कुंदरा पुलिस ने शारजाह में अपने बच्चे के साथ मृत एक महिला की मां की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. प्राथमिकी के अनुसार, पीड़िता की पहचान 32 साल की विपंजिका मणि के रूप में हुई है, जिसने बीते 8 जुलाई को शारजाह के अल नहदा में अपनी डेढ़ साल की बेटी वैभवी की कथित तौर पर हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली थी. विपंजिका के पति निधीश को पहला आरोपी, उसकी बहन नीथू को दूसरा आरोपी और उनके पिता को तीसरा आरोपी बनाकर मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत के अनुसार, विपंजिका को आरोपियों ने यह कहकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था कि उसकी शादी में दिया गया दहेज काफी नहीं था. शिकायत में यह भी कहा गया है कि पीड़िता को बदसूरत दिखाने के लिए उसके ससुराल वालों ने उसके बाल काट दिए थे क्योंकि वह गोरी थी और उसके पति और उसके परिवार का रंग सांवला था. विपंजिका को तलाक का नोटिस भी भेजा गया था और अपने पति के एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर पर सवाल उठाने पर उसके साथ मारपीट की गई.
मामला बीएनएस की धारा 85, 108 और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 की धारा 3, 4 के तहत दर्ज किया गया है. विपंजिका की मां शैलजा ने कहा कि उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि विपंजिका ऐसी स्थिति से गुजर रही है. उन्होंने कहा, ‘आरोपी को उचित सजा मिलनी चाहिए. मेरी बेटी को तभी शांति मिलेगी.’ कोल्लम की रहने वाली विपंजिका ने मरने से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था.
विपंजिका द्वारा कथित तौर पर हाथ से लिखे गए एक और नोट में भी अपने पति के घर पर हुई क्रूर यातनाओं का जिक्र है. नोट में लिखा है कि उसके ससुर ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और जब उसने पति को इस बारे में बताया, तो उसने कुछ नहीं किया और कहा कि उसने अपने पिता के लिए भी उससे शादी की है. उसने लिखा, ‘वह कुछ वीडियो देखता था और बिस्तर पर मुझसे उन्हें देखने की मांग करता था. उसे प्रताड़ित किया जाता था और बुरी की तरह पीटा जाता था. मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती. उन्हें मत बख्शना.’ विपंजिका की मां शैलजा ने कहा- मेरा दिल टूट रहा है. उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए. उसे उचित सजा मिलनी चाहिए. मेरी बच्ची को शांति मिलनी चाहिए