ग्राम पंचायत कुली में तालाब के पट्टे को लेकर आयोजित बैठक के बाद सरपंच और पंचायत सचिव पर हुए हमले से गांव में सनसनी फैल गई। मामले में ग्राम पंचायत कुली के सरपंच की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। इधर घायल सचिव को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्राम पंचायत कुली के सरपंच बलराम प्रसाद वस्त्रकार ने मारपीट की शिकायत की है।
उन्होंने पुलिस को बताया कि 13 जुलाई को पंचायत भवन में तालाब को 10 साल के लिए पट्टे पर देने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान गांव के सरदार सिंह ने इस पर आपत्ति करते हुए तालाब को पांच साल के लिए पट्टे पर देने की बात कही। तब सचिव ने शासन के आदेश का हवाला देकर 10 साल के लिए पट्टे पर देने की बात कही। इसी बात को लेकर सरदार सिंह ने सचिव राम सोनी के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। सचिव ने इसकी शिकायत थाने में की। इसके बाद सरपंच और सचिव अपने घर आ गए।
सरपंच ने बताया कि उसी रात करीब नौ बजे जब वे अपने घर में थे, तब उनके भांजे ब्रजेश वस्त्रकार ने फोन पर जानकारी दी कि सरदार सिंह उन्हें धमकी दे रहा है और अश्लील गालियां भी दे रहा है। यह सुनकर सरपंच अपने भाई कृष्ण कुमार वस्त्रकार के साथ ब्रजेश के घर पहुंचे। वहीं पर सरदार सिंह ने फिर फोन पर धमकी दी। जब वे अपने भांजे के घर पर थे सरपंच की पत्नी अनुराधा ने कॉल किया। उसने बताया कि कुछ लोग उनके घर का दरवाजा तोड़कर भीतर घुस आए हैं और गाली-गलौज कर रहे हैं।
सरपंच पर लोहे के औजार से हमला
सरपंच जब गांव के लोगों को लेकर घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि सरदार सिंह ठाकुर, चंद्रमणी ठाकुर उर्फ मोना और सतीश ठाकुर उर्फ सत्तू ठाकुर घर के अंदर मौजूद थे। उन्होंने वहां मौजूद सचिव राम सोनी पर लोहे के औजार और पंच से हमला कर दिया। बीच-बचाव करने आए देवेश वस्त्रकार के साथ भी मारपीट की गई। हमले में सचिव राम सोनी के सिर और देवेश के जांघ में गंभीर चोटें आई हैं। सरपंच और गांव के लोगों ने किराए पर कार लेकर घायल सचिव को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की शिकायत सीपत थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।