मध्यप्रदेश : दमोह जिले में गोकशी के एक मामले ने तूल पकड़ लिया है। दमोह कोतवाली और देहात थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कसाई मंडी क्षेत्र में छापेमारी की.इस कार्रवाई का उद्देश्य गोकशी के फरार आरोपियों की तलाश करना था.
जानकारी के अनुसार, हाल ही में देहात थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में नदी किनारे गोवंश के अवशेष पाए गए थे. इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने तीव्र विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में 2-3 ऐसे संदिग्ध व्यक्ति सामने आए हैं जो उत्तर प्रदेश से दमोह आकर रह रहे थे. इनकी उपस्थिति के बारे में स्थानीय पुलिस को कोई पूर्व सूचना नहीं थी. ऐसे में इन लोगों से पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है.
सीएसपी एचआर पांडे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि छापेमारी के दौरान कोई भी गोवंश या अनैतिक गतिविधि सामने नहीं आई है. हालांकि, संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और पूछताछ जारी है.
सीएसपी पांडे ने स्पष्ट रूप से कहा कि “गोकशी एक गंभीर अपराध है और इस मामले में दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से ले रही है और जांच जारी है.
घटना के बाद से इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है लोगों में डर और आक्रोश दोनों देखने को मिल रहा है स्थानीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा फिलहाल पुलिस की जांच चल रही है और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है गोकशी जैसे अपराधों को रोकने के लिए प्रशासन की सक्रियता जरूरी है.