फर्जी एसडीएम बनकर लूटपाट करने वाले दो गिरफ्तार: इटावा पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, स्कार्पियो और अवैध हथियार बरामद

 

Advertisement

इटावा– इटावा पुलिस ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। फर्जी एसडीएम बनकर लोगों को ठगने और लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.यह कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन, कानपुर और पुलिस उपमहानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र, कानपुर के कुशल निर्देशन में थाना सैफई पुलिस और एसओजी/सर्विलांस टीम के संयुक्त प्रयास से की गई.

 

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा, श्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री श्रीश चंद्र के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी सैफई श्री राम गोपाल शर्मा के नेतृत्व में, दिनांक 17 जुलाई 2025 की सुबह थाना सैफई पुलिस और एसओजी/सर्विलांस टीम हैवरा कोठी के पास गश्त कर रही थी। इसी दौरान, पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि हैवरा बाईपास पर दो संदिग्ध व्यक्ति घूम रहे हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं.

 

सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीम ने हैवरा बाईपास से करहल बाईपास जाने वाले रास्ते के पास से घेराबंदी कर दोनों संदिग्धों को दबोच लिया.
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने अपना नाम अमर पाण्डेय पुत्र इन्द्र कुवर पाण्डेय निवासी ग्राम बेलवा विन्होनी भीखमपुर थाना बलरामपुर देहात जनपद बलरामपुर (उम्र 26 वर्ष) और रामाधीन पुत्र रामदेव निवासी समदा थाना कोतवाली देहात जनपद बलरामपुर (उम्र 22 वर्ष) बताया.

 

उनकी तलाशी लेने पर, पुलिस ने उनके कब्जे से दो तमंचा 315 बोर, दो जिंदा कारतूस 315 बोर, घटना में प्रयुक्त एक स्कार्पियो गाडी (UP32 PT0932), एक काला पर्स, दो क्रेडिट/डेबिट कार्ड (HDFC/KOTAK), एक आधार कार्ड, और 4,000/- रुपये नकद बरामद किए। हथियारों के संबंध में लाइसेंस मांगे जाने पर वे कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके.

 

कड़ाई से पूछताछ करने पर, दोनों अभियुक्तों ने 11 जुलाई 2025 को की गई एक लूट की घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने “ब्ला-ब्ला एप” के माध्यम से अपनी स्कार्पियो गाड़ी में लखनऊ से फिरोजाबाद जाने के लिए एक सवारी को बैठाया था। थाना सैफई क्षेत्र के लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर किलोमीटर 105 के पास उन्होंने तमंचों से डरा धमकाकर उस सवारी का मोबाइल और पर्स लूट लिया था.

 

पर्स में मिले रुपयों को उन्होंने आपस में बांट लिया था। इस घटना के संबंध में थाना सैफई पर पहले से ही मु0अ0सं0 159/2025 धारा 309(4) बीएऩएस पंजीकृत है।
अभियुक्त अमर पाण्डेय ने पुलिस को बताया कि उसने दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी की थी, लेकिन वह परीक्षा में सफल नहीं हो सका। इसके बाद उसने खुद को आईएएस प्रोबेशनरी अधिकारी बताना शुरू कर दिया और यहां तक कि एक फर्जी कूटरचित लेटर (यूपीएससी आयोग का) भी तैयार कर लिया था.

 

वह स्वयं को एसडीएम ऊन, जनपद शामली बताता था और अपनी स्कार्पियो कार पर “मजिस्ट्रेट” भी लिखवा रखा था। इस फर्जी पद का दुरुपयोग वह टोल टैक्स बचाने, लोगों पर अपनी धाक जमाने, अपराध करने और आपराधिक कृत्यों से बचने के लिए करता था.

 

गिरफ्तारी और बरामदगी के संबंध में थाना सैफई पर पंजीकृत मु0अ0सं0 159/2025 धारा 309(4) बीएनएस में अब धारा 317(2) बीएऩएस और धारा 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोत्तरी की गई है। बरामद स्कार्पियो गाड़ी को धारा 207 एमवी एक्ट के तहत सीज कर दिया गया है.

 

इस सराहनीय कार्य को करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक श्री राकेश कुमार शर्मा प्रभारी थाना सैफई, निरीक्षक तेज सिंह, उ0नि0 शकील अहमद, हे0 का0 लुकमान खा, का0 अनुराग कुमार, का0 पुष्पेन्द्र सिंह, का0 संदीप कुमार, का0 सुरेन्द्र, का0 महेश सहित उ0नि0 बेचन सिंह प्रभारी एसओजी और उ0नि0 नागेन्द्र चौधरी प्रभारी सर्विलांस मय टीम शामिल थे। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा पुलिस टीम को 15,000/- रुपये की धनराशि से पुरस्कृत किया गया है.

Advertisements