रायबरेली: आज के दौर में यदि सड़क पर किसी को पैसों से भरा बैग मिल जाए तो अधिकतर लोगों को ईमान डोलना स्वाभाविक सी बात हो गई है. लेकिन आज के समय में कुछ लोग हैं, जिनका ईमान लाखों रूपये सामने पड़ा देख भी नहीं डोलता. शहर के निराला नगर निवासी अधिवक्ता हिमांशु बाजपेयी ने कुछ ऐसा ही मिसाल पेश की है. उन्होंने सड़क पर मिले दो लाख रुपये नकद पुलिस को सौंपकर समाज के सामने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया. इस नेक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.
जानकारी मुताबिक हिमांशु बाजपेयी को शहर के एक व्यस्त इलाके में सड़क पर एक बैग मिला, जिसमें दो लाख रुपये नकद थे.उन्होंने बिना किसी लालच के इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी और बैग को थाने में जमा करा दिया. पुलिस ने बैग की जांच की और उसमें मौजूद दस्तावेजों के आधार पर मालिक की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू की. हिमांशु की इस ईमानदारी ने न केवल खोए हुए धन के मालिक के लिए उम्मीद की किरण जगाई, बल्कि समाज में नैतिकता और विश्वास को भी मजबूत किया.
हिमांशु बाजपेई के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए रायबरेली के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हिमांशु जी ने जो किया, वह न केवल एक व्यक्ति की मदद है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा है. उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा पुलिस और जनता के बीच विश्वास को और मजबूत करती है.” इस अवसर पर अन्य पुलिस अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने भी हिमांशु की तारीफ की और उनके इस कार्य को एक मिसाल बताया.
वहीं इस घटना पर हिमांशु बाजपेई ने कहा मेरे लिए यह केवल कर्तव्य का पालन था. एक अधिवक्ता के रूप में, मैं कानून और नैतिकता में विश्वास रखता हूं. यह पैसा किसी का मेहनत से कमाया हुआ था, और इसे लौटाना मेरा फर्ज था. मुझे खुशी है कि मैं इसमें मदद कर सका.” उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि समाज में और लोग इस तरह की ईमानदारी को अपनाएं ताकि आपसी विश्वास और भाईचारा बढ़े.
हिमांशु बाजपेई की इस पहल ने रायबरेली में एक सकारात्मक चर्चा को जन्म दिया है. स्थानीय अधिवक्ता समुदाय, सामाजिक संगठन और आम नागरिकों ने उनके इस कार्य की जमकर सराहना हो रही है.