चंदन मिश्रा हत्याकांड के बाद ‘जागी’ पटना पुलिस, लापरवाही बरतने पर चार थानों पर एक्शन, दरोगा से लेकर सिपाही तक निलंबित

पटना में दिनदहाड़े अस्पताल के अंदर कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की सनसनीखेज हत्या ने पूरे बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह हत्याकांड न सिर्फ सुनियोजित था, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की भारी चूक भी उजागर करता है. पारस हॉस्पिटल में हुए शूटआउट के बाद अब इस मामले में पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

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एसएसपी पटना के निर्देश पर शास्त्री नगर थाना के दो दरोगा, दो सहायक दरोगा और कई सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से पाया गया कि इन पुलिसकर्मियों ने अपनी ड्यूटी में भारी लापरवाही बरती और सुरक्षा इंतजाम में गंभीर चूक की. एसएसपी के अनुसार, दोषी पुलिसकर्मी न तो सतर्क थे और न ही अस्पताल में भर्ती कुख्यात अपराधी की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाए.

पटना पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पिछले कुछ दिनों में अपराध और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत शहर के अलग-अलग इलाकों में वाहन चेकिंग, गश्ती और निगरानी का काम किया जा रहा है. इस दौरान कई जगह पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में लापरवाही पाई गई है. इसी वजह से कई पुलिस अधिकारियों और जवानों पर कार्रवाई की गई है.

1. पारस हॉस्पिटल में हुई हत्या के मामले में कार्रवाई: पारस हॉस्पिटल में अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में शास्त्री नगर थाना के 1 इंस्पेक्टर, 2 सब-इंस्पेक्टर और 2 सिपाही को ड्यूटी में लापरवाही के कारण सस्पेंड कर दिया गया है.

2. गांधी मैदान थाना में गश्ती में लापरवाही: गांधी मैदान थाना के 1 इंस्पेक्टर को गश्त के समय ड्यूटी पर मौजूद नहीं होने की वजह से निलंबित किया गया है.

3. सचिवालय थाना क्षेत्र में लापरवाही: सचिवालय थाना के विक्रमशिला गोलंबर के पास ड्यूटी पर तैनात 1 इंस्पेक्टर को, समय पर और सतर्क न रहने के कारण सस्पेंड किया गया है.

4. गर्दनीबाग थाना क्षेत्र में गड़बड़ी: प्लाटनिया होटल के सामने गश्त में तैनात 1 इंस्पेक्टर को भी, समय पर ड्यूटी नहीं करने और सतर्कता नहीं बरतने की वजह से निलंबित कर दिया गया है.

पटना पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था में कोई ढिलाई नहीं बर्दाश्त की जाएगी. जो भी पुलिसकर्मी लापरवाही करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

शूटआउट की पूरी कहानी: अस्पताल के भीतर की थी पूरी रेकी

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि हत्या की साजिश काफी पहले से रची गई थी. मुख्य साजिशकर्ता तौसीफ बादशाह है, जो पहले से कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है. तौसीफ ने अपने एक करीबी का इलाज पारस हॉस्पिटल में लंबे समय तक करवाया था, जिससे वह अस्पताल के हर कोने से वाकिफ था. इसी जानकारी का फायदा उठाकर उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया.

OPD के रास्ते पहुंचे शूटर, 209 नंबर कमरे में की हत्या

हत्या के दिन दो बाइक पर सवार कुल छह अपराधी अस्पताल पहुंचे थे. अस्पताल के इमरजेंसी गेट पर जब उन्हें गेट पास नहीं मिला, तो वे OPD के रास्ते से अंदर दाखिल हो गए. शूटरों ने सीधे जाकर कमरा नंबर 209 की ओर रुख किया, जहां चंदन मिश्रा भर्ती था. बताया जा रहा है कि कमरे के लॉक में खराबी थी, जिसका फायदा उठाकर शूटरों ने दरवाजा खोला और चंदन मिश्रा पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.

वारदात के बाद हत्यारों ने मनाया जश्न

हत्या को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी बाइक पर सवार होकर मौके से फरार हो गए. चौंकाने वाली बात यह है कि भागते वक्त आरोपी रास्ते में जश्न भी मना रहे थे. यह पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया है, जिससे साफ पता चलता है कि अपराधियों को किसी डर या दबाव का कोई अंदेशा नहीं था.

सीसीटीवी फुटेज से हुए अहम खुलासे

पारस हॉस्पिटल के बाहर लगे एक सीसीटीवी कैमरे से मिली नई फुटेज ने पुलिस को बड़ी मदद दी है. फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि 7 बजकर 15 मिनट 19 सेकंड पर आरोपी बड़े आराम से अस्पताल से बाहर निकलते नजर आ रहे हैं. उनके हाव-भाव में कोई घबराहट नहीं दिखी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्हें मौके पर किसी विरोध या पुलिस की आशंका नहीं थी.

पुलिस की दबिश, जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद

पुलिस ने तौसीफ बादशाह और उसके साथियों की तस्वीरें और वीडियो फुटेज कब्जे में लेकर लगातार दबिश शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच और स्पेशल टीमों की मदद से राज्य के विभिन्न जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्त में आ जाएंगे और इस हत्याकांड की परतें पूरी तरह खुल जाएंगी.

क्या है चंदन मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि?

बता दें कि चंदन मिश्रा खुद भी एक कुख्यात अपराधी था, जिसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज थे. वह हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया था और इलाज के लिए पारस हॉस्पिटल में भर्ती था. पुलिस को शक है कि यह हत्या आपसी गैंगवॉर का हिस्सा है, जिसमें तौसीफ ने पुरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिए उसे खत्म करवा दिया.

 

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