कॉलेज में खाना खाते ही जोर-जोर से आई हिचकियां, फिर नाक से बहने लगा खून…बाराबंकी में 11वीं की छात्रा की मौत

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी शहर के लखपेड़ाबाग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शुक्रवार को कक्षा 11 की छात्रा क्लास रूम में ही अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी. स्कूल प्रशासन ने बिना देरी किए उसे अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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कॉलेज में दोस्तों संग बात कर रही छात्रा के नाक से अचानक खून आया और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद परिजन सदमे में हैं. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया. उधर इस तरह की घटनाओं से कॉलेज व अभिभावक दहशत में आ गए हैं. मृतक छात्रा की सहेलियों ने बताया की घटना से ठीक पहले खाना खाते समय उसे कई लंबी-लंबी हिचकियां आई थीं. उसने उन्हें तबीयत खराब होने की बात भी बताई थी. यह पूरी घटना स्कूल में लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई है.

अचानक हुई घटना से परिजन सदमे में

दरअसल यह घटना शुक्रवार को शहर के लखपेड़ाबाग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में हुई. टिकैतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम नियामतगंज में रहने वाले राजितराम वर्मा की तीन पुत्रियां सुधा, नंदिनी व सविता शहर के श्रावस्ती नगर में रहकर पढ़ाई करती हैं. इनमें 16 साल की नंदिनी सरस्वती इंटर कालेज में कक्षा 11 की छात्रा है. साथी छात्राओं ने बताया कि कॉलेज के कक्ष में नंदिनी अपनी सहेलियों के साथ खाना खा रही थी. तभी उसे कई लंबी-लंबी हिचकियां आईं और उसने पानी मांगा. फिर उसने अपनी सहेलियों से तबीयत खराब होने की बात बताई. जिस पर सहेलियों ने उसे आराम करने के लिए कहा. लेकिन उसने कहा कि उसे अक्सर इस तरह की दिक्कत होती है. अभी वह ठीक हो जाएगी.

घटना के पहले जमीन पर अचेत हुई छात्रा

इसके बाद सभी पढ़ाई के लिए जाने लगे और नंदिनी घुटनों के बल जमीन पर अचेत होकर गिर गई. यह देख वहां पर हड़कंप मच गया. मौके पर जुटा स्कूल स्टाफ अचेत होकर फर्श पर गिरी छात्रा को वाहन से जिला अस्पताल ले जाने लगा. तभी रास्ते में उसकी नाक से खून गिरने लगा. नंदिनी को लेकर सभी जिला चिकित्सालय पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. चेकअप के बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. स्कूल से सूचना मिलते ही परिजन भी जिला अस्पताल पहुंचे. परिजनों ने पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया और रोते बिलखते शव को लेकर अपने गांव चले गए.

चश्मदीदों ने क्या कहा?

स्कूल की शिक्षिका सरिता वर्मा ने बताया कि अन्य बहनों की तरह स्वस्थ नंदिनी घटना के पांच मिनट पहले सबसे हंसकर बात कर रही थी. पढ़ने में होनहार छात्रा नंदिनी को हाईस्कूल के परिणाम में कॉलेज में तीसरी रैंक मिली थी. उसका व्यवहार भी हंसमुख था. वह गाने की बहुत शौकीन थी. नंदिनी की सहेलियों ने बताया कि वह पढ़ने में बहुत तेज थी और पढ़ाई में उनकी भी मदद करती थी. आज नंदिनी उनके बीच नहीं है यह उनके लिए यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि नंदिनी को गाने का बहुत शौक था और वह अक्सर उनके साथ अंताक्षरी खेला करती थी. वह बड़ी होकर एनडीए में जाकर देश की सेवा करना चाहती थी.

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