उत्तर प्रदेश: बरेली जनपद की मीरगंज तहसील से गांव नथपुरा होते हुए बलूपुरा को जोड़ने वाला लगभग 600 मीटर लंबा सड़क मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. वर्षों पहले बनी डामर सड़क अब जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गई है, जिससे राहगीरों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के दिनों में इन गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे न केवल ग्रामीणों को बल्कि मीरगंज कस्बे के स्कूलों में पढ़ने जाने वाले बच्चों को भी जलभराव से होकर गुजरना पड़ता है. कई बार बच्चे फिसल कर गिर जाते हैं, जिससे उनके कपड़े और स्कूल बैग तक भीग जाते हैं.
इस गंभीर समस्या को लेकर शनिवार को मीरगंज तहसील समाधान दिवस पर अधिवक्ता नावेद खान ने कई अन्य अधिवक्ताओं के साथ मिलकर एडीएम (ई) के समक्ष एक प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया. उन्होंने सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण की मांग की. इस पर एडीएम (ई) ने नगर पंचायत मीरगंज के ईओ को तलब करते हुए निर्देश दिए कि इस मामले को बोर्ड की बैठक में लाकर प्रस्ताव पारित कराएं और शीघ्र निर्माण की दिशा में कार्रवाई करें. समाधान दिवस के दौरान अधिवक्ता ओमपाल शर्मा, प्रेम शर्मा, मनवीर सिंह, कृष्णपाल, श्वेता गुप्ता और दिनेश कुमार सहित कई लोग उपस्थित रहे.
अधिवक्ता नावेद खान ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से इस जर्जर सड़क की शिकायत अलग-अलग विभागों से कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने बताया कि जिला पंचायत, ग्राम पंचायत, पीडब्ल्यूडी और नगर पंचायत सभी विभागों ने इस कहते हुए जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया कि यह सड़क उनके क्षेत्राधिकार में नहीं आती.
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि क्या अब यह सड़क पाकिस्तान सरकार बनाएगी? उन्होंने कहा कि यह मार्ग मीरगंज को बलूपुरा गांव से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जिससे रोज़ाना सैकड़ों स्कूली बच्चे गुजरते हैं और जलभराव के कारण वे रोज नई परेशानी का सामना करते हैं. नावेद खान ने प्रशासन से मांग की कि इस मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके और बच्चों की शिक्षा में बाधा न आए.