रीवा : देश में आपातकाल लागू होने के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में और लोकतंत्र की बहाली के लिए संघर्ष करने वाले ‘द्वितीय आजादी के योद्धाओं’ के सम्मान में रीवा में एक भव्य ‘मीसाबंदी सम्मान समारोह’ का आयोजन किया जा रहा है। यह समारोह समाज सेवा में अपने 52 वर्ष समर्पित कर चुके प्रख्यात समाजसेवी, विचारक और मीसाबंदी श्री सुभाष श्रीवास्तव के 69वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। सर्व सामाजिक संगठन, रीवा द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम आगामी 29 जुलाई 2025 को दोपहर 2 बजे स्थानीय कृष्ण राज कपूर ऑडिटोरियम में होगा.
प्रेसवार्ता कर बताया गया है कि 25 जून 1975 को तत्कालीन हुकूमत द्वारा इस देश में आपातकाल लगाया गया था, जिसके खिलाफ जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में एक बड़ा आंदोलन हुआ। इस संघर्ष को ‘द्वितीय आजादी की लड़ाई’ कहा गया, जिसमें लोकतंत्र की हत्या का प्रयास करने वाली सरकार के खिलाफ हजारों लोगों ने जेल की यातनाएं सही। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजसेवियों, पत्रकारों, और नेताओं को ‘मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट’ (MISA) के तहत जेल की सलाखों के पीछे रखा गया था.ये सभी मीसाबंदी आज भी लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में याद किए जाते हैं.
इस वर्ष, विशेष रूप से 69 मीसाबंदियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने लोकतंत्र की हिफाजत के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था.इस कार्यक्रम में रीवा के साथ-साथ पड़ोसी जिले सतना के भी मीसाबंदियों का सम्मान होगा। समारोह में उन मीसाबंदियों को भी मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, ताकि उनके परिवारों को उनके बलिदान का सम्मान मिल सके.
विदित हो कि मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के जन्मदिन पर सम्मान समारोह आयोजित करने की यह परंपरा पिछले सात वर्षों से लगातार जारी है। इस श्रृंखला में पहले 65वें जन्मदिन पर 65 कोरोना योद्धाओं को, 66वें जन्मदिन पर 66 मीडियाकर्मियों को, 67वें जन्मदिन पर 67 साहित्यकारों को और 68वें जन्मदिन पर 68 कलाकारों को सम्मानित किया जा चुका है। इसी कड़ी में इस वर्ष मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के 69वें जन्मदिन पर 69 मीसाबंदियों को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा.
इस गरिमामय समारोह में शहर के प्रमुख जनप्रतिनिधि, समाज सेवी, साहित्यकार, संगीतकार, पत्रकार, छायाकार, शिक्षाविद, चिकित्सक, अधिवक्ता, रंगकर्मी और बौद्धिक वर्ग सहित विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख रूप से शहीद भगत सिंह सेवा समिति के अध्यक्ष सुजीत द्विवेदी, अनुरुपय फाउंडेशन की अध्यक्ष अनामिका शुक्ला, युवा समाजसेवी अविराज, हैल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन की अध्यक्ष तमन्ना अंसारी, युवा एकता कल्याण संघ के अध्यक्ष राजराखन पटेल, साईशा सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष साकेत श्रीवास्तव, माँ जानकी की सेवा समिति के अध्यक्ष इंजी. घनश्याम पटेल, प्रयास रक्तदान सेवा संगठन के अध्यक्ष अवनीश तिवारी, रीजनल एनवायरनमेंट एंड ह्यूमेनिटी ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष ममता मिश्रा, युवा समाजसेवी शुभम सिंह एवं युवा समाजसेवी सिद्धार्थ श्रीवास्तव का सहयोग है। यह आयोजन लोकतंत्र के लिए दिए गए बलिदानों को याद करने और समाजसेवा के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।