अस्पताल में नहीं थे डॉक्टर, मजबूरी में झोलाछाप को दिखाया… इंजेक्शन लगाते ही बिगड़ी हालत और हो गई मौत

मध्य प्रदेश के आलीराजपुर जिले के नानपुर क्षेत्र में एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। बंगाली झोलाछाप डॉक्टर बिट्टू बिस्वास द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के बाद 35 वर्षीय युवक जेराम पिता गिलदार बघेल, निवासी पटेल फलिया की मौत हो गई।

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परिजनों के अनुसार, जेराम को सीने में दर्द की शिकायत पर पहले नानपुर अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। मजबूरी में उसे झोलाछाप डॉक्टर बिट्टू के क्लीनिक ले जाया गया, जहां उसे इंजेक्शन दिया गया। इंजेक्शन के कुछ ही देर बाद उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजन व ग्रामीण शव को थाने ले आए और कार्रवाई की मांग की, वे आरोपी डॉक्टर को भी थाने लेकर पहुंचे, मौके पर एसडीओपी सहित पुलिस बल भी पहुंचा।

पहले भी एक युवक का हाथ सड़ गया था

गौरतलब है कि यही डॉक्टर बिट्टू बिस्वास कुछ दिन पहले भी सुर्खियों में आया था, जब उसके इलाज के चलते एक युवक का हाथ सड़ गया था। उस मामले में भी एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ ही दिनों बाद उसका क्लीनिक फिर से खुल गया। इससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिले में इस तरह के कई झोलाछाप बंगाली डॉक्टर अब भी सक्रिय हैं, जो प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्ट व्यवस्था के कारण खुलेआम इलाज कर रहे हैं और लोगों की जान से खेल रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिजन आरोपी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

 

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