Uttar Pradesh: अमेठी जिले के गौरा गांव निवासी शिवा के साथ शुक्रवार को हुई मारपीट और मंदिर के आस-पास कुछ व्यापारियों पर पहचान छिपाकर दुकान संचालन करने का आरोप लगाते हुए रविवार जामो थाने पहुंच प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के बाद लोगों ने कथावाचक पवन पांडेय के नेतृत्व में थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि सावन मास में मंदिरों में बढ़ी श्रद्धालुओं की आवाजाही के बीच कुछ प्रतिष्ठान धार्मिक स्थलों के पास मांसाहारी सामग्री बेच रहे हैं. गौरा गांव स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर गेट के पास संचालित एक दुकान को लेकर विशेष आपत्ति जताई गई.
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ऐसे सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों का सत्यापन कर उचित कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन के दौरान दूसरा मुद्दा शुक्रवार रात हुई एक मारपीट की घटना रही। गांव निवासी शिवा पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद पर मामला दर्ज कर उन्हें भेजा। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि नामजद के अलावा कुछ अज्ञात हमलावर भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन पुलिस ने अब तक उनकी पहचान नहीं की। ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि आरोपियों की शीघ्र पहचान कर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा.
उन्होंने मांग की कि सभी संदिग्ध प्रतिष्ठानों की सूची लेकर प्रशासन स्वयं जांच करे ताकि धार्मिक सौहार्द और पारदर्शिता बनी रहे। प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर लेकर शांतिपूर्ण तरीके से थाना परिसर पहुंचे और नारेबाजी की। उनकी ओर से आरोपों की सूची के साथ उन दुकानों के नाम भी सौंपे गए जिन पर संदेह जताया गया. इंस्पेक्टर विनोद सिंह ने बताया कि दुकान पर पहचान छिपा संचालित करने की बात पूरी तरह गलत है। मारपीट की घटना में शेष आरोपियों की पहचान की जा रही है.
दुकानों का सत्यापन भी नियमित रुप से किया जाता है। इस मौके पर कृष्णा पांडेय, शनिदेव चित्रवंशी, वेद प्रकाश द्विवेदी, जंग बहादुर यादव व अभि शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे.