Uttar Pradesh: अमेठी मे एक बकरी व्यापारी ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़ित ने एसपी को शिकायती पत्र देते हुए कहा कि उसका परिवार बकरियों की खरीद-फरोख्त और शादी-ब्याह में खाना बनाने का काम करता है. लेकिन कुछ दिन पहले पुलिस ने उसके बेटे को बिना किसी आरोप के हिरासत में ले लिया और फिर उसके साथ-साथ हमको भी थाने में बुरी तरह पीटा गया।पुलिस को जब सवा लाख रुपए दिया गया तब पुलिस ने छोड़ा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 10 जुलाई 2025 को थाना जामों पुलिस ने प्रार्थी के पुत्र इरशाद को खौंपुर गांव निवासी मुबीन के घर से उठाकर थाने ले जाया. जब पिता अपने बेटे की जानकारी के लिए थाने पहुँचा, तो उसे भी थाने में बैठा लिया गया और बिना कोई एफआईआर दर्ज किए दोनों को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया. पीड़ित ने आरोप लगाया कि थाने में उसे पट्टे व लात-घूंसे से मारा गया, जिससे उसकी कमर के नीचे गम्भीर चोटें आईं. इसके बाद गांव के प्रधान उमापति तिवारी की मध्यस्थता से एक लाख रुपए की मांग की गई, जो थाने के हेड मोहर्रिर दिनेश को सौंपे गए. तब जाकर दोनों को “शांति भंग” की धारा में चालान कर छोड़ दिया गया.
पीड़ित का यह भी आरोप है कि इससे पहले 26 जून को उसे एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की टीम उठा ले गई थी, जहां सवा लाख रुपये लेकर ही छोड़ा गया. तब भी प्रधान उमापति तिवारी की ही भूमिका रही. पीड़ित परिवार का कहना है कि अब पुनः उनके बेटे को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है और लगातार दरोगा व हेड मोहर्रिर फोन कर बुला रहे हैं.