छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कुछ रसूखदार युवकों ने नई लग्जरी कारों के साथ हाईवे-130 पर जमकर फोटोशूट किया और सड़क पर वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी। इस पूरे वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस ने शुरुआत में केवल 2000-2000 रुपये का चालान कर युवकों को छोड़ दिया।
हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान
मामले में लापरवाही पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस से सख्त सवाल पूछे। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने पूछा कि आखिरकार इन गाड़ियों को जब्त क्यों नहीं किया गया। कोर्ट ने सरकार से भी इस पर शपथपत्र के रूप में जवाब मांगा।
कारें जब्त, FIR दर्ज
हाईकोर्ट की फटकार के बाद सकरी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नेशनल हाईवे जाम करने में उपयोग की गई लग्जरी गाड़ियों को थाने में जब्त कर लिया। साथ ही सात युवकों के खिलाफ बीएनएस की धारा 126(2), 285, 3(5) के तहत केस दर्ज किया गया है।
महंगी कार खरीदने का जश्न बना यातायात का संकट
यह घटना भाजपा नेता के करीबी और पूर्व कांग्रेस नेता विनय शर्मा के बेटे वेदांश शर्मा से जुड़ी है। उसने दो नई लग्जरी कारें खरीदीं और अपने दोस्तों के साथ टोयोटा शोरूम पहुंचकर पोज देते हुए वीडियो बनवाया। कारों के काफिले के साथ फोटोशूट किया गया और इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड किया गया, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया।
चीफ जस्टिस ने बताया कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती
कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस तरह की सार्वजनिक शरारतें न सिर्फ असामाजिक हैं, बल्कि ये कानून-व्यवस्था को चुनौती भी देती हैं। चीफ जस्टिस ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सिर्फ चालान काटना अपर्याप्त है।
नशे में कार चलाने पर भी हुई कार्रवाई
इस बीच पुलिस ने एक अन्य युवक अर्चित केडिया को नशे की हालत में XUV कार चलाते पकड़ा। ब्रेथ एनालाइजर से पुष्टि के बाद युवक से 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया और उसकी एयरगन जब्त की गई।
हाईकोर्ट के हस्तक्षेप से तेजी से हुई कार्रवाई
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने जिस तेजी से कार्रवाई की, वह यह दिखाता है कि सार्वजनिक व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ अब कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर अपनी ‘रईसी’ दिखाने की कोशिश अब जेल की राह तक पहुंचा सकती है।