Bihar: जमुई जिले के चकाई प्रखंड में इन दिनों पीने के पानी की गंभीर समस्या लोगों की दिनचर्या को बाधित कर रही है. डेढ़ महीने पहले बिजली विभाग द्वारा पोल लगाने के दौरान पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसकी मरम्मत आज तक नहीं हो पाई. परिणामस्वरूप, पानी लगातार जमीन के नीचे से बहते हुए सड़क पर फैल रहा है, और लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं.
स्थानीय निवासी और दुकानदार बताते हैं कि पीने योग्य पानी के लिए उन्हें अब गड्ढों से निकाले गए पानी को छानकर पीना पड़ रहा है. गर्मी के इस मौसम में यह स्थिति और भी भयावह हो गई है. प्रखंड स्तर के अधिकारियों को कई बार शिकायतें दी जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे न केवल पेयजल संकट गहराया है, बल्कि सड़क पर बहते पानी से आवागमन में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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चकाई के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) कृष्ण कुमार सिंह ने कहा है कि “पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने की जानकारी पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) को दे दी गई है. विभाग ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र मरम्मत का कार्य शुरू होगा.”लेकिन लोगों का कहना है कि सरकारी आश्वासन अब भरोसेमंद नहीं लगते, क्योंकि आजादी के 78 वर्षों बाद भी उन्हें पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है.सरकार द्वारा हर घर जल योजना और अन्य जलापूर्ति अभियानों के बावजूद चकाई में हालात ज्यों के त्यों हैं. सरकारी दावे धरातल पर असफल साबित हो रहे हैं.ऐसे में ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे. यह समस्या प्रशासनिक लापरवाही और विभागीय समन्वय की कमी को उजागर करती है, जिससे ग्रामीण जनता को सबसे ज्यादा भुगतना पड़ रहा है.