मध्यप्रदेश: रीवा शहर में नगर निगम प्रशासन ने मंगलवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए वार्ड क्रमांक 36 में स्थित एक सौ साल पुराने जर्जर मकान को पूरी तरह से गिरा दिया. यह वही मकान है जो 18 जुलाई को हुई तेज बारिश में गिरते-गिरते बचा था. बारिश के दौरान मकान की सीढ़ी और कुछ अन्य हिस्से धराशाई हो गए थे, जिससे भवन की स्थिति और भी खतरनाक हो गई थी.
घटना के वक्त मकान के अंदर मौजूद 10 लोगों को प्रशासन की तत्परता से सुरक्षित बाहर निकाला गया था और उन्हें तत्काल राहत शिविर में स्थानांतरित किया गया था. मकान की हालत को देखते हुए स्थानीय लोगों ने भी इसे खतरे की घड़ी बताया था और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की थी.
नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में कई ऐसे पुराने और जर्जर भवन हैं जिन्हें चिन्हित कर गिराने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. उन्होंने कहा कि नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए नगर निगम लगातार ऐसे भवनों पर कार्रवाई कर रहा है.
मंगलवार सुबह से ही नगर निगम और पुलिस प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर सावधानीपूर्वक जर्जर भवन को गिराया. आयुक्त ने यह भी बताया कि शासन स्तर से ऐसे मामलों में सख्त निर्देश दिए गए हैं और भविष्य में भी शहर के अन्य जर्जर भवनों को हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी.