भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बीजापुर शाखा को एलॉट हुए नए भवन में रविवार देर रात हुई एक ‘विदाई पार्टी’ आसपास के निवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गई। पार्टी का माहौल उस समय विवादित हो गया जब यह आयोजन कथित रूप से शराब पार्टी में तब्दील हो गया और देर रात तक इसका शोर मुख्य सड़क तक गूंजता रहा।
बीजापुर के मेन रोड पर एसबीआई को हाल ही में नया भवन आवंटित किया गया है, जहां बैंक जल्द ही स्थानांतरित होने वाला है। इसी बीच रविवार को शाखा के एक कर्मचारी की विदाई के उपलक्ष्य में नए भवन में पार्टी आयोजित की गई थी।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह ‘विदाई पार्टी’ देर रात शराब पार्टी में बदल गई। तेज संगीत, शोरगुल और हुल्लड़ की वजह से आस-पास के रहवासियों को परेशानी हुई।कुछ राहगीरों ने भी देर रात बैंक परिसर से आ रही तेज आवाजों को लेकर हैरानी जताई।स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह ‘विदाई पार्टी’ देर रात शराब पार्टी में बदल गई। तेज संगीत, शोरगुल और हुल्लड़ की वजह से आस-पास के रहवासियों को परेशानी हुई।कुछ राहगीरों ने भी देर रात बैंक परिसर से आ रही तेज आवाजों को लेकर हैरानी जताई।
बैंक प्रबंधन की सफाई
एसबीआई बीजापुर शाखा प्रबंधक अभय प्रताप सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि, “कर्मचारियों ने विदाई पार्टी आयोजित की थी, लेकिन इसका उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं था। यदि किसी को असुविधा हुई है तो हमें खेद है।”
हालांकि उन्होंने शराब पार्टी की बात से इनकार नहीं किया और न ही यह स्पष्ट किया कि इसके लिए कोई लाइसेंस या अनुमति ली गई थी या नहीं।
आबकारी विभाग के अधिकारी ने बताया कि निजी भवनों में पार्टी आयोजित करने और शराब परोसने के लिए एक दिन का लाइसेंस लेना अनिवार्य है। बीजापुर एसबीआई के नए भवन में आयोजित विदाई पार्टी के मामले में, यदि शराब परोसी गई थी, तो इसके लिए आवश्यक अनुमति ली गई थी या नहीं, यह जांच का विषय है।
एक दिवसीय लाइसेंस अनिवार्य:
छत्तीसगढ़ आबकारी नियमों के तहत निजी भवनों में शराब परोसने के लिए एक दिवसीय लाइसेंस लेना अनिवार्य है।
अनुमति के बिना आयोजन अपराध:
बिना अनुमति शराब पार्टी आयोजित करना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
जवाबदेही तय होनी चाहिए:
यदि सार्वजनिक स्थान पर किसी आयोजन से नागरिकों को असुविधा होती है, तो आयोजक संस्थान इस मामले में संबधित कर्मचारियों को संभवत उत्तरदायी ठहराना चाहिए।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
सूत्रों के अनुसार, इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन और आबकारी विभाग से शिकायत की जा सकती है। यदि जांच में शराब परोसे जाने की पुष्टि होती है और बिना अनुमति यह आयोजन हुआ, तो एसबीआई के उन कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही भी संभव है।