महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां ग्राम सेवक उमेश धोडारे की जान उस समय खतरे में पड़ गई जब वे बाढ़ के पानी में फंस गए। घटना उस वक्त हुई जब वे कोलपल्ली नाला पार कर रहे थे और अचानक तेज बहाव में उनकी कार बह गई।
गाड़ी बहने के बाद उमेश धोडारे ने हिम्मत नहीं हारी और पास के एक पेड़ की शाखा पकड़कर खुद को बचाए रखा। वे करीब चार घंटे तक उसी पेड़ पर लटके रहे और मदद का इंतजार करते रहे। घटना के वक्त शाम का समय था और अंधेरा होने लगा था, जिससे हालात और भी कठिन हो गए।
धोडारे मुलचेरा तालुका के गोमनी गांव के निवासी हैं। बताया गया कि वे शाम करीब 6 बजे घर लौट रहे थे। इसी दौरान नाले पर अचानक आई बाढ़ ने उन्हें घेर लिया और उनकी फोर व्हीलर पानी में बह गई।
जैसे ही यह सूचना प्रशासन तक पहुंची, तत्काल राजस्व विभाग, पुलिस और बचाव दल को मौके पर रवाना किया गया। खराब मौसम और अंधेरे के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी सतर्कता के साथ चलाया गया।
लगभग चार घंटे की मेहनत के बाद ग्राम सेवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्हें प्राथमिक जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां जांच के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
घटना के बाद जिला कलेक्टर अविश्यंत पांडा ने नागरिकों से अपील की कि भारी बारिश और बाढ़ के समय किसी भी प्रकार के जोखिम से बचें। उन्होंने कहा कि नालों, पुलों और तेज बहाव वाले जलमार्गों को पार करने से पहले पूरी सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रशासन की तत्परता और कुशल रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि रेस्क्यू टीम किस तरह सावधानीपूर्वक उमेश धोडारे की जान बचा रही है।