उत्तर प्रदेश के जौनपुर में बीटेक पास एक युवक कर्ज में डूबने के बाद ऑनलाइन ठगी के लिए एक गैंग बना डाला। यह गैंग ऑनलाइन विज्ञापन के जरिए लोगों को लूटने का काम करता था। कम कीमत पर ट्रैक्टर और भैंस बेचने के झांसे में प्रयागराज और कौशांबी के लोगों को लाखों रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से जितेंद्र यादव सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जितेंद्र यादव इस गिरोह का मास्टरमाइंड है और उस पर 10,000 रुपये का इनाम भी था। गिरफ्तार आरोपियों पर कई मुकदमे दर्ज हैं।
दरअसल, यह मामला सरायख्वाजा थाना क्षेत्र का है। कुछ युवक ऑनलाइन धोखाधड़ी करके लोगों को लूटते थे। गैंग का मास्टरमाइंड बीटेक पास जितेंद्र यादव है, जो प्रतापगढ़ जिले के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के धरौली गांव का रहने वाला है। गैंग के बाकी छह सदस्य जौनपुर के ही हैं।
बीटेक पास जितेंद्र यादव ने ट्रैक्टर और भैंस बेचने के लिए ऑनलाइन विज्ञापन डाला था। पुलिस के मुताबिक, उसने कई साइड वेबसाइट भी बना रखी थीं। कम कीमत और अच्छी क्वालिटी देख कर प्रयागराज और कौशांबी के दो ग्राहकों ने संपर्क किया।
कौशांबी के रहने वाले सचिन मिश्रा ने ट्रैक्टर का विज्ञापन देखकर नंबरों पर बात की। आरोपियों ने डील फाइनल कर जौनपुर बुलाया। सचिन जब ट्रैक्टर खरीदने पहुंचा तो आरोपियों ने क्यूआर कोड के जरिए उससे एक लाख रुपए ले लिए और ट्रैक्टर नहीं दिया। आरोपियों ने उसे सुनसान जगह ले जाकर और पैसे की मांग की, न देने पर मारपीट की और धमकी दी कि वह घर जाकर पैसे भेजे।
इसी तरह प्रयागराज के विनोद पांडेय ने ऑनलाइन भैंस का विज्ञापन देखा। उन्होंने भी नंबर पर बात की और जौनपुर बुलाए गए। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के छुंछा सीवान गांव पहुंचने पर दो बाइक सवार आरोपियों ने बिना भैंस दिखाए ही क्यूआर कोड के माध्यम से दो लाख रुपए ले लिए।
उसके बाद आरोपियों ने सुनसान जगह ले जाकर पहले से मौजूद पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर एक लाख रुपए और मांगने लगे। जब विनोद पैसे नहीं मंगा पाए तो मारपीट की गई और गाली-गलौच की गई। उसे धमकी देकर छोड़ा गया कि वह घर जाकर अकाउंट में पैसे डलवाए।
ठगी और लूट की शिकायत पर सरायख्वाजा पुलिस ने केस दर्ज किया। सर्विलांस टीम की मदद से जितेंद्र यादव और गैंग के अन्य छह सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आरोपियों के कब्जे से लूट का 4200 रुपए नकद, मोबाइल और अपाचे बाइक बरामद हुई है।
जौनपुर के ASP ग्रामीण आतिश कुमार सिंह ने बताया कि जितेंद्र यादव कर्ज में डूबने के बाद ऑनलाइन धोखाधड़ी करने लगा। कम कीमत पर ट्रैक्टर और भैंस के विज्ञापन से प्रयागराज और कौशांबी के लोगों से लाखों रुपये वसूल किए गए। पैसे न देने पर मारपीट और धमकी दी गई। दोनों पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार किया।