खाट से लेकर मरीज को पहुंचाया अस्पताल :बीजापुर के कर्रेगुट्टा में CRPF के जवानों ने बचाई युवक की जान; समय पर मिला इलाज

बीजापुर के कर्रेगुट्टा में कभी माओवाद का कब्जा हुआ करता था आज उसी जगह में सेना के जवान ग्रामीणों को मेडिकल फैसिलिटी मुहैया करा रहे है। 24 जुलाई को CRPF के 151वीं बटालियन के जवानों ने एक हाइपोटेंशन से पीड़ित मरीज की जान बचाई।

Advertisement

जवानों ने गांव से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली का इंतजाम किया। बारिश से बचाने के लिए जवानों ने अपने टेंट का इस्तेमाल कर ट्रॉली पर एक छत बनाई और एक खाट से स्ट्रेचर बनाया और 15KM दूर पामेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाया, जहां उन्हें समय पर इलाज मिला।

एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी

बीजापुर-तेलंगाना की सीमा पर स्थित पटेलपारा कर्रेगुट्टा गांव में कोवासी हड़मा (48 साल) को हाइपोटेंशन और हाइपोग्लाइसीमिया के कारण गंभीर हालत में अस्पताल ले जाने की जरूरत थी, लेकिन खराब मौसम और कीचड़ भरी सड़कों के कारण एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी।

4 दशक से नक्सलियों का कब्जा था

बता दें कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में पिछले 4 दशकों से माओवाद का कब्जा था। 21 दिनों तक चले नक्सल ऑपरेशन के बाद जवानों ने नक्सलियों को खदेड़ा। अब उसी जगह में जवान मेडिकल ट्रीटमेंट मुहैया करा रहे है।

मरीज को मिला तुरंत इलाज

पामेड़ में पदस्थ डॉ बी पी भंज ने बताया की कल ट्रेक्टर में पामेड़ अस्पताल लाया गया था। सही पोषण नहीं मिलने से कमजोरी थी और शुगर लेवल कम हो गया था।

हड़मा का मलेरिया टेस्ट भी नेगेटिव था। पेशेंट को तुरंत एडमिट करके ड्रिप चढ़ाया गया था। शाम के वक्त पेशेंट को डिस्चार्ज किया गया था। कंचाल का रहने वाला था।

 

Advertisements