किशनगंज: किशनगंज जिले के टेंगरमारी सालकी गांव से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां दहेज की वजह से 20 वर्षीय जूही की जान चली गई. मृतका के भाई ने टाउन थाना में आवेदन देकर बहन की हत्या का आरोप उसके पति शाहबाज, ससुर अली हुसैन, सास और ननद पर लगाया है. उन्होंने न्याय की मांग करते हुए कहा है कि जूही को लगातार प्रताड़ित किया गया और अंत में उसकी हत्या कर दी गई.जूही की शादी तीन साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से शाहबाज से हुई थी. शादी के समय दहेज भी दिया गया था, लेकिन ससुराल वालों की मांगें धीरे-धीरे बढ़ती चली गईं। शादी के कुछ समय बाद ही जूही पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार शुरू हो गए.
पीड़ित परिवार के अनुसार, ससुराल वाले जूही से अतिरिक्त पांच लाख रुपए की मांग कर रहे थे. परिवार ने किसी तरह एक लाख रुपए की व्यवस्था कर उन्हें दे भी दिया, लेकिन इसके बावजूद जूही के साथ बुरा व्यवहार बंद नहीं हुआ. उसे ठीक से खाना तक नहीं दिया जाता था.17 जुलाई 2025 को जूही ने अपने मायके फोन कर बताया कि अब चार लाख रुपए की मांग की जा रही है और पैसे नहीं देने पर उसकी जान को खतरा है.
हत्या कर फंदे से लटकाकर आत्महत्या का रूप दिया गया
18 जुलाई को ससुराल पक्ष के लोग जूही के मायके पहुंचे और गांव वालों के सामने अत्याचार से इनकार कर दिया. लेकिन 22 जुलाई को जूही की बहन के बेटे अरमान ने सूचना दी कि जूही की हत्या कर दी गई है. जब परिजन ससुराल पहुंचे तो देखा कि जूही का शव बरामदे में पड़ा हुआ था और सभी आरोपी फरार थे.जूही के शरीर पर चोटों के कई निशान थे, जो यह दर्शाते हैं कि उसकी हत्या की गई और फिर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे पर लटकाया गया.
25 जुलाई को परिजनों ने थाने में आवेदन दिया, जिसके बाद टाउन थाना अध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस जांच में जुट गई है.जूही के परिजनों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है.